अतीक अहमद के जेल जाने के बाद 2017 में इन असलहों का लाइसेंस रद्द कर दिया गया था। लाइसेंस रद्द होने के बाद अतीक ने इन असलहों को थाने में जमा नहीं कराया था। एसएसपी अभिषेक दीक्षित ने यह जानकारी दी। अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन के नाम से थी तीन लाइसेंसी असलहा भी है। जिसमें एक रिवाॅल्वर, एक राइफल और एक एसबीबीएल है। तीनों असलहों को पुलिस ने पहले ही जमा करा लिया है। इनका लाइसेंस निरस्त किया जा चुका है।
अतीक अहमद के भाई पूर्व विधायक अशरफ के नाम से एक पिस्टल का लाइसेंस है, अशरफ ने उसे जमा नहीं कराया। लाइसेंस निरस्त हो चुका है। असलहा जमा न करने पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। अतीक अहमद के साढ़ू इमरान के नाम से एक राइफल, एक डीबीबीएल और एक रिवाल्वर का लाइसेंस है। तीनों असलहों का लाइसेंस निरस्त किया जा चुका है। फरार इमरान और दुर्रानी की तलाश में छापेमारी चल रही है।
उत्तर प्रदेश पुलिस माफियाओं के खिलाफ लगतार रेड डाल रही है। वर्ष 2005 में गाजीपुर की मुहम्मदाबाद सीट से विधायक कृष्णानंद राय को सरेआम गोली से छलनी कर दिया गया था। इसका आरोप मुख्तार अंसारी पर भी लगा और उन्हें वर्ष 2020 में बरी कर दिया गया। मुख्तार अंसारी के रिश्तेदारों और करीबियों के दर्जनों असलहे जब्त किए गए हैं। मुख्तार गैंग के करीबियों पर भी शिकंजा कसा गया है। मुख्तार के बाद अब अतीक पर भी शिकंजा कस रहा है।