कांग्रेस के बड़े नेताओं पर केंद्र सरकार की जांच ऐजन्सियों का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। पद में रहते भष्ट्राचार के गंभीर आरोप चलते पूर्व वित्त एवं गृह मंत्री चिंदबरम हवालात में हैं तो नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांध्ी बेल पर हैं। पार्टी के कोषाध्यक्ष अहमद पटेल के बेटे फैजल पटेल को पिछले हफ्ते दो बार ईडी ने पूछताछ के लिये बुलाया। अब आज एक बार फिर उनसे ईडी पूछताछ करने जा रहा है। फैजल पर आरोप है कि 8,100 करोड़ का बैंक लोन घोटाला कर फरार स्टर्लिंग बायोकेमिकल्स कंपनी के कत्र्ताधत्ताओं संग उनके घनिष्ठ संबंध थे और कंपनी से उन्हें पैसा मिलता था। इससे पहले ईडी ने इसी मामले में अहमद पटेल के दामाद इरफान सिद्धिकी से भी पूछताछ की थी। ईडी इस मामले में गवाह बन चुके स्टर्लिंग बायोकेमिकल्स के एक कर्मचारी सुनील यादव के बयान को आधार बना पटेल के बेटे और दामाद की जांच कर रही है।
बकौल सुनील यादव फैजल पटेल और इरफान पटेल के कंपनी मालिकों संग गहरे संबंध थे। पटेल और इरफान पटेल को कंपनी के मालिकों द्वारा भारी मात्रा में रकम नगद दी जाती थी। सुनील यादव के बयान अनुसार कई बार कांग्रेस नेता अहमद पटेल के घर में भी इन लोगों के बीच मीटिंग की बात कही गई है। ईडी को इस गवाह ने पटेल के परिजनों और कंपनी के मालिकों की बाबत कई ऐसी जानकारियां भी दी हैं जिनसे आने वाले समय में अहमद पटेल की मुश्किलें बढ़ सकती है। ईडी दिल्ली के पाॅश इलाके बसंतकुंज में इरफान पटेल की एक महंगी प्राॅपर्टी की भी जांच कर रहा है। जिसे स्टर्लिंग बायोकेमिकल्स के मालिकों ने इरफान के लिए खरीदी है। गौरतलब है कि कई हजार करोड़ के बैंक लोन को न चुका पाने के बाद स्टर्लिंग बायोकेमिकल्स के मालिक नितिश संदेशरा, चेतन संदेशरा और दीप्ती संदेशरा भारत छोड़ नाईजिरिया जा बसे हैं। केंद्र सरकार इस परिवार को नाईजिरिया से भारत लाने का भी प्रयास कर रही है।