उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात स्थित शोभन आश्रम के महंत विरक्तानंद महाराज उर्फ शोभन सरकार 13 मई को ब्रह्मलीन हो गए। उनके अंतिम दर्शन के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे। उन उमड़ी भीड़ पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने भीड़ पर लॉकडाउन उल्लंघन और महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई की है। पुलिस का कहना है कि भीड़ ने सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को उल्लंघन किया है।
दरअसल, बुधवार को शोभन आश्रम के महंत विरक्तानंद महाराज उर्फ शोभन सरकार के ब्रह्मलीन शरीर को जलसमाधि दी गई थी। इस दौरान चौबेपुर के सुनौड़ा गांव के पास गंगातट पर हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी। सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन का उल्लंघन होने पर अधिकारियों के आदेश पर चौबेपुर एसओ और दो दरोगाओ ने 4100 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
बता दें महंत की जल समाधि के दौरान कानपुर नगर और कानपुर देहात जिले के कई विधायक, सांसद और मंत्री भी सुनौड़ा पहुंचे थे। उधर, शिवली कोवताली में भी पुलिस ने लॉकडाउन उल्लंघन में 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। यह सभी लोग शोभन मंदिर परिसर में पहुंचे थे।
चौबेपुर एसओ विनय तिवारी के मुताबिक, महंत विरक्तानंद जी महाराज की अंतिम यात्रा में लोगों की भीड़ चौबेपुर के प्रमुख बाजारों से होते हुए गंगातट पर पहुंची थी। पुलिस ने कई लोगों को कानून का हवाला देकर रोका था। इसके बावजूद भी किसी ने नहीं सुना और लॉकडाउन का उल्लंघन किया गया। इसी का संज्ञान लेकर आलाधिकारियों के निर्देश पर थाने के दारोगा देवेंद्र कुमार, अंजलि तिवारी ने कुल 4100 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
एसओ ने बताया कि वीडियो और उपलब्ध फोटो के आधार पर नियम उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। सीओ बिल्हौर देवेंद्र कुमार मिश्रा ने कहा है कि नियम सभी के लिए बराबर हैं। बुधवार को लोगों ने लॉकडाउन का मजाक बना डाला। अब हजारों लोगों पर महामारी का अंदेशा बढ़ गया है।