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कोरोना वायरस भगाने के लिए झारखंड में दी गई हजारों बकरों और मुर्गों की बलि

कोरोना वायरस भगाने के लिए झारखंड में दी गई हजारों बकरों और मुर्गों की बलि

झारखंड के कोडरमा जिले से चौका देने वाली खबर आ रही है। जिले में कोरोना भगाने के नाम पर हजारों जानवरों की बलि दी जा रही है। लोगों का मानना है कि ऐसा करने से उनके इलाके और गांव में कोरोना वायरस नहीं फैलेगा। यह मामला कोडरमा जिले के चंदवारा थाना क्षेत्र के उरवा पंचायत का है। जहां सोशल डिस्टेंसिंग के निर्देशों की जमकर धज्जियां उड़ाते हुए हजारों बकरों और मुर्गों की बलि चढ़ाई गई। सिर्फ आज गुरुवार को एक साथ लगभग 400 बकरों की बलि दी गई है।

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार से कोडरमा के उरवा गांव में स्थित देवी मंदिर में आस्था और अंधविश्‍वास का यह खेल चला रहा है। मंदिर में कोरोना भगाने के लिए हवन पूजा और आरती की जा रही है। महिलाएं भजन गा रही हैं। शुरुआत में गांव के लोगों ने मुर्गे की बलि दी लेकिन धीरे-धीरे बकरों की बलि दी जाने लगी। सोशल मीडिया पर फोटो और वीडियो खूब वायरल हो रहा है। इस खबर को लेकर लोग अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।

https://twitter.com/IAmGulista/status/1270701337940914177

दूसरी तरफ पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि वीरेंद्र पासवान ने मीडिया को बताया, “हर साल गांव में इस परंपरा को किया जाता है। गांव में इसी वक्त हर साल परंपरा के नाम पर बकरों की बलि दी जाती है।” पिछले गई दिनों से बिहार और झारखंड के कई जगहों कोविड-19 को भगाने के लिए कोरोना माई की पूजा कर रही हैं। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा।

हफ्ते भर पहले बिहार के बक्सर में कोरोना माई की पूजा करने के लिए गंगा किनारे महिलाओं की भीड़ देखी गई थी। झारखंड के कई इलाकों में आधार कार्ड रख कर पूजा करती नज़र आई थी। वहां की औरतों का कहना था कि ऐसा करने से कोरोना भाग जाएगा और मोदी जी जो पैकेज ऐलान किए थे उससे सभी के रुपये खाते में आ जाएंगा। हालांकि, ये अंधविश्वास कहां से शुरू हुई इसका पता नहीं चल पाया है।

बताया जा रहा है कि महिलाएं दिन भर उपवास करती हैं। 9 मिठाई, नौ गुड़हल का फूल, 9 लौंग, 9 अगरबत्ती से पूजा करती हैं। पूजा खत्म होने के बाद इस सारी चीजों को जमीन में गाड़ दिया जाता है। यह अंधविश्वास आग की तरह बिहार और झारखंड के कई इलाकों में लगातार हो रही है।

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