देशभर में सीएए और एनआरसी को लेकर विरोध-प्रदर्शन जारी है। जहां एक तरफ प्रदर्शनकारियों में गुस्सा है तो वहीं अब हिन्दू महासभा का एक विवादित बयान सामने आया है। हिन्दू महासभा एनआरसी और सीएए को लेकर पहले से ही आक्रामक रुख अपनाएं हुए है। हिन्दू महासभा ने सरकार से सीएए के विरोधियों को गोली मार देने को कहा है।
हिन्दू महासभा ने ये भी कहा कि राजद्रोह के तहत कफील खान और नसरुद्दीन शाह को फांसी लटका देना चाहिए। टाइम्स नाऊ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हिन्दू महासभा के प्रवक्ता अशोक पांडेय ने नसीरुद्दीन शाह को आतंकवादियों से प्रभावित बताया। हिन्दू महासभा ने सरकार से मांग की है कि पुलिस सीएए का विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों को गोली मार दे। ताकि उनकी सुरक्षा और प्रदर्शनस्थल पर टेक्सपेयर्स का पैसा खर्च न हो।
इससे पहले पिछले महीने हिन्दू महासभा के प्रमुख चक्रपाणी ने कहा था, “अंग्रेजों के अविभाजित भारत से चले जाने के बाद पाकिस्तान ने एक इस्लामिक राष्ट्र बनना चुना लेकिन भारत धर्मनिरपेक्ष बना। इस वजह से सीएए आवश्यक हो गया। अगर धर्मनिरपेक्ष गणत्रंत नहीं बनने की जगह हिन्दू राष्ट्र चुना होता तो आज सीएए की जरूरत नहीं होती।”
देशभर में सीएए के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किए जा रहे है तो कहीं इसके समर्थन में रैलियां भी निकाली जा रही हैं। कांग्रेस सहित कई पार्टियां शुरू से ही इसके विरोध में हैं। दिल्ली के शाहीनबाग, लखनऊ के घंटा घर, पटना के सब्जी बाग और मुंबई के मुंबई बाग जैसे कई जगहों पर सीएए के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन चल रहे हैं। पिछले दो महीने से दिल्ली के शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शन करने वाली महिलाओं ने बीते रविवार को केंद्रीय गृहमंत्री से मिलने की बात भी कही थी, लेकिन किसी कारणवश अभी तक मुलाकात नहीं हो पाई है।