हैदराबाद यूनिवर्सिटी के बायोकेमिस्ट्री डिपार्टमेंट के स्कूल ऑफ लाइफ साइंसेज की डॉ सीमा मिश्रा ने कोरोना वायरस को लेकर एक बड़ा दावा किया है। दरअसल, डॉ सीमा मिश्रा कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर प्रयोग कर रही हैं। सीमा कहती है कि वह कोरोना वायरस की वैक्सीन जल्द से जल्द ढूंढ़ लेंगी। वह एक पोटेंशियल वैक्सीन कैंडिडेट्स डिज़ाइन कर चुकी है जिसका नाम उन्होंने टी सेल एपिटोप्स रखा है और यह नोवल कोरोनो वायरस (2019-nCoV) के स्ट्रक्चरल और नॉन स्ट्रक्चरल सभी प्रोटीन्स को खत्म करने के लिए तैयार किया जा रहा है। फिलहाल इसकी एक्सपेरिमेंटल टेस्टिंग की जा रही है।
Research on potential vaccine against all the structural and non-structural proteins of novel coronavirus-2 (2019-nCoV) for experimental testing at @HydUniv
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— Univ of Hyderabad (@HydUniv) March 27, 2020
ये वैक्सीन कैंडीडेट्स स्मॉल कोरोना वायरल पेपटाइड्स, मॉलेक्यूल्स हैं, जिसका इस्तेमाल कोशिकाओं द्वारा इम्यून रेसपॉन्स को ट्रिगर करने के लिए किया जाता है, जिससे वह कोशिकाएं खत्म हो जाती है जो इन वायरल पेप्टाइड्स को आश्रय दे रही हैं। इस नई खोज को देखकर यूनिवर्सिटी की तरफ से एक प्रेस रिलीज जारी की गई, जिसमें कहा है कि कम्प्यूटेशनल सॉफ्टवेयर के साथ पावरफुल इम्यूनोफॉर्मेटिक्स एप्रोचेज के इस्तेमाल से डॉ सीमा मिश्रा ने इन पोटेंशियल एपिटोप्स को तैयार किया है। इसे इस तरह तैयार किया गया है जिससे इसका इस्तेमाल पूरी जनसंख्या को वैक्सीनेट करने के लिए किया जा सके।
आम तौर पर वैक्सीन की खोज के लिए 15 साल या उससे अधिक समय लगता है। परंतु पावरफुल कम्प्यूटनेशनल टूल्स की सहायता से इन वैक्सीन कैंडीडेट्स को जल्दी इनलिस्ट किया जा सकता है। इसमें केवल 10 दिन का समय ही लगता है। पोटेंशियल कैंडीडेट वैक्सीन्स की रैंक्ड लिस्ट इस पर आश्रित करती है कि वायरस की रोकथाम के लिए ह्यूमन सेल्स इसका प्रयोग कितने सही ढंग से करते हैं। ये कोरोना वायरल एपिटोप्स ह्यूमन सेल्स और ह्यूमन प्रोटीन्स पर कोई क्रॉस रिएक्टिविटी नहीं करते है।
इसलिए इम्यून रेस्पॉन्स वायरल प्रोटीन्स के विरुद्ध काम करता है, जबकि यह ह्यूमन प्रोटीन्स के खिलाफ काम नही करता है। जबकि कन्क्लूजिव इविडेंस उपलब्ध कराने के लिए इसके परिणामों की प्रायोगिक जांच होनी आवश्यक है। nCoV vaccine को लेकर भारत में यह पहला शोध है। जबकि इसका निर्माण करने में अभी समय लग सकता है। फिलहाल अभी तो कोरोनो वायरस से बचने के लिए एक ही तरीका है कि आप सोशल डिस्टेनसिंग का प्रयोग करे और साफ सफाई का बेहद ध्यान रखे।