नई दिल्ली। मंदी को लेकर आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा कि दुनिया में कोई मंदी नहीं है। दास ने कहा कि बाहरी जोखिम बढ़ने के बावजूद घरेलू अर्थव्यवस्था लचीली बनी हुई है। विदेशी कर्ज जीडीपी का महज 19 . 7 फीसद है। उन्होंने कहा कि आयात-निर्यात में कमी चिंता का विषय है। दास ने घरेलू अर्थव्यवस्था को वैश्विक मंदी के प्रभाव से बचाने के लिए ज्यादा संरचनात्मक सुधारों पर जोर देने का आह्वान किया। दास ने उम्मीद जताई है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में कमी से देश में निवेश बढ़ेगा। लेकिन ऐसे फंड के भविष्य को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है।
आयात-निर्यात में कमी चिंता का विषय है
दास ने उम्मीद जताई कि सऊदी संकट कुछ समय के लिए है और महंगाई पर इसका सीमित प्रभाव होगा। दास ने कहा कि विकास को बढ़ावा देने के लिए सरकार को कम खर्चीले होना होगा। दास ने भरोसा जताया कि महंगाई अगले 12 महीनों तक 4 फीसद के नीचे बनी रहेगी। गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि विकास दर और महंगाई को स्थिर रखने के लिए एक बार फिर दरों में कटौती की गुंजाइश है।