शमशाबाद के गाचीबोवली इलाके की रहने वाली डॉ प्रियंका रेड्डी बुधवार को कोल्लुरु स्थित पशु चिकित्सालय गई थीं। उन्होंने अपनी स्कूटी को शादनगर के टोल प्लाजा के पास पार्क कर दी थी। रात में जब वह लौटीं तो उन्हें स्कूटी पंक्चर मिली। इस पर उन्होंने अपनी बहन को फोन किया और बताया कि मुझे डर लग रहा है और मेरी स्कूटी में पंक्चर भी हुआ मिला है। तो बहन ने कहा डरने की जरूरत नहीं है मैं कुछ करती हु या फिर आप कैब से आ जाओ। फिर प्रियंका रेड्डी ने कहा कि कई लोगों ने मेरी मदद करने को कहा है, और थोड़ी देर बाद कॉल करती हूं।
शायद दोनों बहनों की फ़ोन से बात उनकी आखिरी बार हो रही थी। इसके बाद से ही प्रियंका का मोबाइल फोन बंद हो गया। प्रियंका के घर वालों ने शादनगर टोल प्लाजा के आस -पास प्रियंका खूब खोजा, लेकिन वह कहीं नहीं मिली। अगली सुबह शादनगर के अंडरपास के पास उसकी जली हुई लाश मिली। इस मामले में पुलिस को यह जानकारी भी मिली है कि एक युवक महिला डॉक्टर की स्कूटी मैकेनिक शमसेर आलम के पास बुधवार रात करीब साढ़े नौ बजे छोड़ गया था।
तेलंगाना में प्रियंका रेड्डी की हत्या के इस मामले को लेकर ‘राष्ट्रीय महिला आयोग’ ने अपनी नाराजगी जताई है। आयोग अध्यक्ष रेखा शर्मा ने मीडिया से कहा कि ऐसा लगता है कि सड़कों पर भेड़िये खुले घूम रहे हैं, जो सिर्फ एक महिला पर झपटा मारने के लिए इंतजार कर रहे हैं।
इसलिए सोशल मीडिया पर एक हैशटैग RIPPriyankaReddy काफी तेजी से ट्रेंड कर रहा है।