गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र में एक गांव है मेवला भट्टी। यह गांव आपसी गैंगवार के लिए जाना जाता है। 90 के दशक में इस गांव में बाहुबलियों का दबदबा था। महेंद्र फौजी और सतवीर गुर्जर जैसे दबंग पुरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपने अपने गेंग चलाया करते थे। इसी गैंगवार में महेंद्र फौजी , सतवीर गुर्जर समेत दर्जनों लोगो को मौत के घाट उतार दिया गया था। इस खूनी गैंगवार के चर्चे देशभर में रहे। जिसके चलते ही एक फिल्म बनाई गई , जिसका नाम था जिला गाजियाबाद जिस दौरान इस गांव के युवा हथियार रखना स्टेटस सिब्बल बनाए हुए थे उसी दौरान गांव का एक लाल ऐसा भी था जो लंगोटा बांधकर अखाड़े में पसीना बहाता था। आज इसी अखाड़े की बदौलत वह पहलवान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लक्ष्मण पुरस्कार पाए है। इनका नाम है राजकुमार बंसल । कल उत्तर प्रदेश दिवस पर बंसल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 3 लाख 11000 की पुरस्कार राशि का चेक भी सौपा।
राजकुमार बंसल वर्तमान में इंडियन रेलवे अकैडमी नई दिल्ली में बतौर मैनेजर और कोच के तौर पर कार्यरत है। राजकुमार बंसल ऐसे पहलवान है जिन्होंने न केवल नेशनल बल्कि कॉमनवेल्थ गेम, एशियाई व दक्षिण एशियाई खेलों में पदक जीतकर देश का गौरव बढ़ाया है। बंसल ने राष्ट्रीय स्तर पर जूनियर और सीनियर नेशनल में 7 स्वर्ण पदक जीतकर उत्तर प्रदेश का नाम रोशन किया है। जबकि भारतीय रेलवे का सबसे बड़ा मनिस्टर अवार्ड भी जीता। कोच राजकुमार ने एशिया ही नहीं बल्कि साऊथ एशिया , कॉमनवेल्थ और इंग्लैंड में भी विजेता रहकर भारत का नाम रौशन किया। बंसल ने कॉमनवेल्थ गेम्स में 82 किग्रा में रजत, एशियाई व दक्षिण एशियाई खेलों में 74 किग्रा में स्वर्ण पदक जीता।उनकी इन उपलब्धियों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने उन्हें इस वर्ष का लक्ष्मण पुरस्कार दिया है।
ओलम्पिक गेम में बंसल 1985 से लेकर 1994 तक लगातार हर साल कभी रजत तो कभी स्वर्ण पदक हासिल करते रहे है। यहां यह बताना भी जरुरी है कि राजकुमार बंसल को पूर्व में उनके खेलों में योगदान के लिए भारत सरकार की ओर से मेजर ध्यान चंद ( 2011 ) और प्रदेश का मान बढ़ाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से यश भारती ( 2014 ) के साथ ही 2013 में रेलवे का महत्वपूर्ण मनिस्टर अवार्ड भी मिल चूका है। बंसल कहते है कि यह सम्मान उनके लिए काफी महत्वपूर्ण है। इससे खेल को लेकर उनका उत्साह बढ़ा है। इसके बाद अब वह अपने गांव में स्थानीय प्रतिभाओं को बढ़ाव देने के लिए एकेडमी की शुरुआत करेंगे।