बचपन से एक पुरानी कहावत सुनते आ रहे है कि राजा की जान तोते में छुपी है। कुछ ऐसा वाकया देश के पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानद के मामले में सामने आ रहा है। फिलहाल चिन्मयानंद पर दुष्कर्म और अपहरण का आरोप लगाने वाली उनके कॉलिज की ही छात्रा के मामले में एसआइटी ( विशेष जाँच दल ) जाँच महत्वपूर्ण मोड़ पर जा पहुंची है। अगर जाँच सत्तासीन पार्टी के दवाब में आये बिना निष्पक्ष होती है तो चिन्मयानंद की गर्दन फ़सनी तय है। यह जाँच अब एक महत्वपूर्ण साक्ष्य पर आकर टिक गई है। जाँच के केंद्र में एक पेन ड्राइव बताया जा रहा है। जिसमे छात्रा और चिन्मयानंद के संबंधो के राज छुपे हुए है। फ़िलहाल यह पैन ड्राइव एसआईटी के हाथो में पहुंच चूका है।
हालांकि दुष्कर्म के आरोपी और जान से मारने की धमकी देने वाले स्वामी चिन्मयानंद से एसआईटी अभी तक एक बार भी आमना-सामना नहीं कर सकी है। इसी बीच खबर यह है कि भाई बताने वाले जिस युवक के साथ पीड़िता राजस्थान में पुलिस को मिली थी, उस युवक ने एसआईटी जाँच में एक पेन ड्राइव अधिकृत रूप से सौंपा है। बहरहाल, मामले की जांच में जुटी एसआईटी भले ही कुछ ना कहे , लेकिन पैन ड्राइव के सामने आने से चिन्मयानंद की नींद उड़ चुकी है।
चिन्मयानंद की नींद उड़ा देने वाली पीड़ित लड़की और उसके भाई का दावा है कि अगर एसआईटी ने ईमानदारी से जांच की तो पेन ड्राइव में सब कुछ मौजूद है। युवक का दावा है कि इस पेन ड्राइव में एक विडियो है, जिसमे काफी राज छुपे है। पेन ड्राइव में खुलासा होगा कि चिन्मयानंद का असली चेहरा क्या है? कहा जा रहा है कि जांच में यह सब उजागर करने के लिए पेन ड्राइव ही काफी है। उधर पीड़ित परिवार से जुड़े सूत्रों ने दावा किया है कि एसआईटी को जो सबूत इकट्ठा करने हों वह करे। लेकिन पीड़िता छात्रा के परिवार द्वारा सौंपी गई पेन ड्राइव की फुटेज से ही सब कुछ साफ-साफ सामने आ जाएगा।

गौरतलब है कि एसआइटी को चिन्मयानंद मामले में जो पैन ड्राइव हाथ लगा है उसे देने वाला कोई और नहीं बल्कि वह युवक है जिसको यूपी पुलिस ने पीड़ित छात्रा के साथ राजस्थान से बरामद किया है। छात्रा युवक को अपना भाई बताती है। शाहजहापुर से दिल्ली और राजस्थान तक पीड़िता के साथ साए की तरह रहने वाला युवक पहले पुलिस की नजर में संदेहास्पद था। पुलिस उसको पहले से ही संदेह की नजरो से देख रही थी। लेकिन जिस तरह से युवक छात्रा के साथ ही पुलिस को जाँच में सहयोग कर रहा है उससे युवक की स्थिति क्लियर होती जा रही है। बताया जा रहा है कि छात्रा का साथ दे रहे इस युवक से एसआईटी ने लगातार 11 घंटे पूछताछ की थी।
उधर यह भी पता यह भी चला है कि मामले की जांच की निगरानी कर रही इलाहाबाद हाई कोर्ट की विशेष पीठ ने एसआईटी से अब तक की जांच की प्रगति रिपोर्ट तलब की है। ऐसे में संभव है पेन ड्राइव से लेकर, पीड़िता द्वारा दिल्ली पुलिस के जरिए दी गई स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ दुष्कर्म की शिकायत तक के तमाम सबूत एसआईटी हाई कोर्ट की निगरानी पीठ को सौंप दे।
याद रहे कि 24 अगस्त को पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद के कॉलिज की एक छात्रा ने शोशल मिडीया पर एक वीडियो जारी करके सनसनी मचा दी थी। वीडियो में छात्रा ने चिन्मयानंद पर कई लड़कियों के साथ दुष्कर्म करने के साथ ही गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद छात्रा गायब हो गई थी। तब छात्रा के पिता ने शाहजहांपुर में चिन्मयानंद के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। बाद में यूपी पुलिस ने छात्रा को राजस्थान से बरामद करके सुप्रीम कोर्ट में पेश कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने एसआईटी के द्वारा जाँच के आदेश दिए थे। सोमवार को इस मामले में पहली बार पीड़ित छात्रा मीडिया के सामने आई और कहा कि चिन्मयानंद ने उसके साथ एक साल तक बलात्कार किया।