मध्य प्रदेश में कांग्रेस विधायकों के टूटने का जो सिलसिला कमलनाथ सरकार गिरने के साथ ही शुरू हुआ था वह अभी भी थम नहीं पा रहा है। सितंबर माह में उन 24 सीटों पर चुनाव होने हैं जो कांग्रेस विधायकों के भाजपा में जाने और इस्तीफा देने से खाली हुई हैं। इस बीच कांग्रेस के एक और विधायक ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। मंधाता सीट से कांग्रेस विधायक नारायण पटेल ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
भाजपा नेता और पूर्व राज्यमंत्री केएल अग्रवाल आज अपने 400 समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए। पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ की मौजूदगी में उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ली
नारायण पटेल ने प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा को अपना इस्तीफा सौंपा। स्पीकर ने पटेल का इस्तीफा ले लिया है। दूसरी तरफ मध्य प्रदेश के गुना में भाजपा को भी झटका लगा है। भाजपा नेता और पूर्व राज्यमंत्री केएल अग्रवाल आज अपने 400 समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए। पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ की मौजूदगी में उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ली।
खंडवा से कांग्रेस विधायक दल-बदल पर पूर्व मंत्री सचिन यादव ने कहा कि भाजपा विधायक और कार्यकर्ताओं को पैसे के बल पर पार्टी और कार्यकर्ताओं को तोड़ रहे हैं। मध्य प्रदेश में इस खरीद-फरोख्त की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। कांग्रेस ने विधायक दल के बैठक में नारायण पटेल भी शािमल हुए थे। पार्टी में बने रहने का आश्वाशन दिया था। लेकिन भाजपा नेताओं के दबाव में कांग्रेस विधायक दल से इस्तीफ दिया।