महाराष्ट्र के सांगली जिले के जाट तालुका के लवंगे गांव में उत्तर प्रदेश के 4 साधुओं को बच्चा चोरी के शक में बेरहमी से पिटाई की गई है।इसकी वीडियो भी शोशल मिडिया में वायरल है।
इस पर पुलिस का कहना है कि,चारों साधु उत्तर प्रदेश के रहने वाले है।और पंढरपुर दर्शन के लिए जा रहे थे। स्थानीय लोग इनकी भाषा नहीं समझ
पाये जिस वजह से लोगों ने इनको बच्चा चोर समझकर पिटाई कर दी है। हालांकि, इसकी सूचना मिलने के बाद पुलिस ने साधुओं को स्थानीय अस्तपताल में इलाज करवाया। और मामले की जांच कर रही है।
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महाराष्ट्र में इससे पहले भी इस तरह के घटनाएं सामने आए थे। वर्ष 2020 की पालघर जिले की घटना किसको याद नहीं होगा, जिसमे बच्चा चोरी के शक में 2 साधु समेत 3 लोगों की बेरहमी से पिटाई की गई थी। इसके अलावा भीड़ ने 70 साल के साधु कल्पवृक्ष गिरी और 35 साल के साधु सुशील गिरी के साथ उनके ड्राइवर नीलेश तेलगाडे की हत्या भी कर दी थी। तब पुलिस ने इस मामले में लगभग 250 लोगों को गिरफ्तार किया था। ये साधु अपनी गाड़ी से मुंबई से सूरत जा रहे थे।
Maharashtra: Monks attacked in Sangli on suspicion of being child-lifters, police probe underway
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— ANI Digital (@ani_digital) September 14, 2022
इस मामले पर भाजपा विधायक राम कदम ने एक वीडियो संदेश में कहा है कि, ‘हम सांगली में साधुओं के साथ किए गए दुर्व्यवहार की कड़ी निंदा और आलोचना करते हैं। हम साधुओं के साथ ऐसा दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं करेंगे। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा उन्होंने वर्ष 2020 की घटना का जिक्र करते हुए कहा है कि, ‘इसी महारष्ट्र के पालघर में साधुओं की हत्या के मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की सरकार ने उनके साथ न्याय नहीं किया था लेकिन, महाराष्ट्र की वर्तमान सरकार किसी साधुओं के साथ अन्याय नहीं होने देगी।’
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