पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद मामले में अब नया मोड़ आ गया है। चिन्मयानंद मामले में वीडियो जारी कर सनसनी मचाने वाली छात्रा 17 दिन बाद मीडिया से मुखातिब हुई। पहले चिन्मयानंद पर अपहरण का आरोप लगाने वाली लड़की ने शाहजहांपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि स्वामी चिन्मयानंद ने उसका रेप किया और एक साल तक शारीरिक शोषण किया। अपने चेहरे को काले कपड़े से ढककर मीडिया के सामने आई लड़की ने यह भी आरोप लगाया कि शाहजहांपुर पुलिस चिन्मयानंद के खिलाफ रेप केस नहीं दर्ज कर रही है।
लड़की ने आरोप लगाते हुए कहा कि चिन्मयानंद ने मेरा रेप किया और उसके बाद एक साल तक शारीरिक शोषण किया। शाहजहांपुर पुलिस ने रेप केस नहीं दर्ज किया। मैं जब दिल्ली में थी तब दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज कर उसे शाहजहांपुर पुलिस को फॉरवर्ड किया था, मगर वह अब भी कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।’ उसने कहा कि , ‘रविवार को एसआईटी ने मुझसे करीब 11 घंटे पूछताछ की। मैंने उन्हें रेप के बारे में बताया। उन्हें बताने के बाद भी अब तक चिन्मयानंद को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
छात्रा ने आरोप लगाया कि पुलिस शासन व प्रशासन के दबाव में है इसलिए यहां रिपोर्ट लिखने को तैयार नहीं है। छात्रा ने स्थानीय जिलाधिकारी पर आरोप लगाया कि उन्होंने पापा को धमकाया इसलिए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हो। उन्हें निलंबित किया जाए। मैं जान बचाए इधर-उधर घूम रही थी और यहां डीएम मेरे पापा को धमकी देते हुए कह रहे थे कि देख लीजिए कि आप किसके खिलाफ शिकायत कर रहे हैं। यह बात सुप्रीम कोर्ट में भी बता चुकी हूं। छात्रा बोली कि मुझे उत्तर प्रदेश पुलिस से जान का खतरा है इसलिए साउथ दिल्ली के लोधी कॉलोनी थाने में शिकायत दर्ज करानी पड़ी।
छात्रा ने कहा कि सभी साक्ष्य कॉलेज के हॉस्टल में सुरक्षित हैं। उस कमरे को खुलवाया जाए। मेरे पास सुबूत होते हुए भी यदि न्याय नहीं मिला तो सब बेकार है। एसआइटी को सुबूत सौंपने के सवाल पर उसने कहा कि इस बारे में कोई बात नहीं करनी। छात्रा ने कहा कि पढ़ाई के साथ कार्यालय के कार्य के लिए मुझे वहीं पार्ट टाइम नौकरी दी गई, लेकिन काम का बोझ बहुत ज्यादा दिया गया। वहीं रुकूं इसलिए हास्टल का एक कमरा दे दिया। इसमें भी उसने साजिश होने की बात कही।
मालूम हो कि शाहजहांपुर में चिन्मयानंद के महाविद्यालय से एलएलएम कर रही एक छात्रा ने सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल करके चिन्मयानंद पर जान से मारने की धमकी देने और खुद के बदहाली में जीने की बात बताते हुए सरकार से मदद मांगी थी। 24 अगस्त को फेसबुक पर अपलोड किए गए एक वीडियो में छात्रा ने चिन्मयानंद की तरफ इशारा करते हुए कहा था कि उनसे उसे और उसके परिवार को जान का खतरा है। इस मामले में छात्रा के पिता की तहरीर पर चिन्मयानंद के विरुद्ध अपहरण और जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज किया गया है।