[gtranslate]
Country

लड़कियों को बेमौत मार रही आटा-साटा  कुप्रथा, सुमन ने यूं कर ली आत्महत्या 

“मेरा नाम सुमन चौधरी है। मुझे पता है सुसाइड करना गलत है, पर सुसाइड करना चाहती हूं। मेरे मरने की वजह मेरा परिवार नहीं, पूरा समाज है, जिसने आटा-साटा नाम की कुप्रथा चला रखी है। इसके कारण लड़कियों को जिंदा मौत मिलती है। इसमें लड़कियों को समाज के समझदार परिवार अपने लड़कों के बदले बेचते हैं।
समाज की नजरों में तलाक लेना गलत है तो आटा-साटा भी गलत है। आप समाज के लोगों की नजरों में तलाक लेना गलत है, परिवार के खिलाफ शादी करना गलत है, तो फिर यह आटा-साटा भी गलत है। आज इस प्रथा के कारण हजारों लड़कियों की जिंदगी और परिवार पूरे बर्बाद हो गए हैं। इस प्रथा के कारण पढ़ी-लिखी लड़कियों की जिंदगी खराब हो जाती है। इसी प्रथा के कारण 17 साल की लड़की की शादी 70 साल के बुजुर्ग से कर दी जाती है। केवल अपने स्वार्थ के कारण।
मेरी बातें बनाने की जगह समाज की इस कुप्रथा के विरुद्ध आवाज उठाएं। मैं चाहती हूं, मेरी मौत के बाद यह मेरी बातें बनाने की जगह, मेरे परिवार वालों पर उंगली उठाने की जगह, इस प्रथा के खिलाफ आवाज उठाएं। इस प्रथा को बंद करने के लिए शुरुआत करनी होगी। मेरी हर एक भाइयों को अपनी बहन राखी की सौगंध, अपनी बहन की जिंदगी खराब करके अपना घर न बसाए। आज इस प्रथा के कारण समाज की सोच कितनी खराब हो गई है कि लड़की के पैदा होते ही तय कर लेते हैं कि इसके बदले किसकी शादी करानी है।”
यह सुसाइड नोट राजस्थान के नागौर जिले के हेमपुर गांव की एक अभागन बेटी सुमन ने लिखा था । आज से तेरह दिन पहले वह यह सुसाइड नोट लिखकर इस दुनिया से सदा सदा के लिए अलविदा हो गई। साथ ही वह समाज की आटा  साटा नामक इस कुप्रथा पर भी चोट मार गई, जिसकी वजह से उसने अपनी इहलीला समाप्त कर ली। राजस्थान के कई इलाकों में आज भी आटा साटा कुप्रथा धड़ल्ले से जारी है। इसमें आए दिन लड़कियां घरों के उन लड़कों के बदले में ब्याह दी जाती है जिनके बदले में उनके बेटों की शादी होती हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भी यह कुप्रथा आज भी लागू है। जहां इसे ( बदले में ब्याह ) कहा जाता है।
फिलहाल राजस्थान के नागौर जिले से एक बेटी की इस कुप्रथा के चलते आत्महत्या करने के बाद अब सरिता कुमारी ने अपने परिजनों के खिलाफ जाकर लव मैरिज कर आटा साटा कुप्रथा को चैलेंज कर दिया है। सरिता कुमारी के परिजन जबरन उसकी शादी आटा साटा में ही तय कर रहे थे। लेकिन उसने लव मैरिज कर ली तो परिजनों उसके दुश्मन हो गए।  सरिता कुमारी ने इस बाबत वीडियो जारी करके बताया है कि उसके घर वाले गांव के लोग, राजनेता और सरकारी कर्मचारी उसके भाइयों के बदले में आटा साटा से उसकी शादी करवाना चाहते थे। वीडियो में वह यह भी कह रही है कि उसे तथा उसके पति को मारने के लिए सुपारी भी दे दी गई है। फिलहाल, दोनों पति पत्नी एसपी के सामने पेश हो गए हैं और सुरक्षा की मांग की है ।
 सुमन कुमारी का यह मामला नागौर जिले के ही शिव गांव का है। सरिता नागौर के एसपी कार्यालय में एसपी अभिजीत सिंह के समक्ष अपने परिजनों से अपनी जान की गुहार लगा रही है। सरिता के अनुसार उसके पिता शिवपाल अंणदा, चाचा केसाराम अंणदा और ताऊ सहित अन्य परिजन मिलकर उसका आटा साटा में विवाह करना चाहते थे। लेकिन वह चावडिया निवासी रतन जाखड़ से प्यार करती थी। 5 जुलाई को वह घर से भाग गई और 6 जुलाई को रतन जाखड़ से शादी कर ली। इस दिन के बाद ही परिजन सरिता से खिलाफ हो गए हैं। परिजनों ने थाना चितावा में उसके अपहरण की झूठी रिपोर्ट भी दर्ज करवा दी। हालांकि मामला पुलिस के पास पहुंच गया है। उम्मीद है कि राजस्थान पुलिस नागौर में आटा साटा कुप्रथा के चलते एक और अभागन युवती को आत्महत्या होने से बचा लेगी।
गौरतलब है कि आटा-साटा एक सामाजिक कुप्रथा है। इस प्रथा में किसी एक लड़की की शादी के बदले ससुराल पक्ष को भी अपने घर से एक लड़की की शादी उसके पीहर पक्ष में करानी होती है। इसमें योग्यता और गुण नहीं बल्कि लड़की के बदले लड़की की सौदेबाजी करा दी जाती है। देखा जाए तो आटा साटा में  अपने बिगडैल, अनपढ़ या अन्य किसी कारण से उम्रदराज हो चुके लड़कों की शादी के लिए ऐसा किया जाता रहा है। इसमें लड़के या लड़की में किसी भी तरह के गुण दोष नहीं देखें जाते। विडंबना यह है कि इसके चलते कई पढ़ी-लिखी जवान लड़कियों की शादी अनपढ़ और उम्रदराज लोगों से कर दी जाती है। जिसके चलते राजस्थान सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश और कई प्रदेशों में इस कुप्रथा की आड़ में कई लड़कियों की जिंदगी तबाह हो रही है।

You may also like

MERA DDDD DDD DD