छत्तीसगढ़ के भिलाई में हुए हाई प्रोफाइल अभिषेक मिश्रा हत्याकांड के फैसले की तारीख आगे बढ़ा दी गई है। अब 9 अप्रैल 2021 को फैसला आने की संभावना है। जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेश श्रीवास्तव की कोर्ट में फैसला होना है। सीनियर वकील राजकुमार तिवारी ने बताया कि आज फैसले की तारीख दी गई थी, लेकिन अब इसे आगे बढाया गया है। तारीख आगे क्यों बढाई गई हैं, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया हैं। अभिषेक मिश्रा छत्तीसगढ़ के अरबपति कारोबारी थे और उनके पास करीब 200 करोड़ रुपए की संपत्ति थी। किम्सी जैन उनकी पूर्व प्रेमिका थी। इस मर्डर केस में किम्सी का पति विकास और ससुर अजीत भी शामिल थे।
इस हत्याकांड को बहुत ही सोच-समझकर साजिश के तहत अंजाम दिया गया था। ये मर्डर 2015 में किया गया था. 2016 से ये केस कोर्ट में चल रहा है। सीनियर वकील राजकुमार तिवारी ने बताया कि फैसले की तारीख आ गई है। 31 मार्च को इसमें जज फैसला सुनाएंगे। इस हाईप्रोफाइल मामले में पुलिस ने दिनरात एक कर दिया था। पहले ये मामला शंकराचार्य इंजीनियरिंग कॉलेज के चेयरमैन आईपी मिश्रा के इकलौते बेटे अभिषेक मिश्रा के लापता होने का था। दिनरात एक कर देने के बावजूद उसका कोई सुराग नहीं लग पा रहा था। हाईप्रोफाइल केस होने के कारण पुलिस पर बहुत ज्यादा दबाव था। बाद में जांच में केस परत दर परत खुलती चली गई। इस मर्डर में विकास जैन, उसकी पत्नी और अभिषेक की पूर्व प्रेमिका किम्सी जैन और विकास का चाचा अजीत शामिल थे। तीनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
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अभिषेक मिश्रा की लाश को किम्सी ने अपने पति और ससुर की मदद से भिलाई स्थित घर में ही 6 फीट गहरा गड्ढा करके दफना दिया। किसी को शक नहीं हो, इसके लिए उसके ऊपर गोभी के पौधे लगा दिए गए। पुलिस ने 44 दिनों के अंदर 1500 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की। हजारों के कॉल डिटेल्स निकाले गए, इसी बीच पुलिस को किम्सी जैन का नंबर मिला, जो संदिग्ध लगा। इसके बाद पुलिस ने पूरी जांच की और मर्डर केस का खुलासा कर दिया। अभिषेक मिश्रा के अपहरण के करीब 44-45 दिन के बाद पुलिस को उसका शव मिला था।