प्रदूषण के मामले में देश की राजधानी दिल्ली देशभर में शीर्ष पर आती है। खासकर शर्दियों के महीनों में अक्सर लोगों को बढ़ते प्रदूषण के खतरे का सामना करना पड़ता है। लेकिन दिल्ली सरकार ने बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रण करने के लिए बड़ा कदम उठाया है । सरकार अब प्रदूषण के स्तर से संबंधित आकड़ों का पता लगा कर इसके रोकथाम करने का हर संभव प्रयास करेगी। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के मुताबिक दिल्ली में प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए आज यानी 30 जनवरी से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा रियल टाइम सोर्स अपोर्शनमेंट स्टडी की सुपरसाइट और मोबाईल वैन (एक्यूएम) लांच की गई है । इसके जरिए शहर में प्रदूषण फैलाने वाले पदार्थों और प्रदूषण कितना बढ़ा है इसका पता लगाया जा सकेगा।
गौरतलब है कि दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति द्वारा चलाई जा रही यह परियोजना आईआईटी कानपुर ,आईआईटी ,दिल्ली और टेरी के सहयोग से शुरू की गई है। दिल्ली पर्यावरण मंत्री के अनुसार सुपरसाइट की शुरुआत प्रदूषण के खिलाफ दिल्ली की लड़ाई के प्रमुख घटकों में से एक है। यह परियोजना सुपर डेटा के आधार पर दूषित वायु के स्तर का पूर्वानुमान लगाने में भी मदद करेगी । जिससे दिल्ली सरकार समय रहते प्रदूषण पर नियंत्रण और इसके लिए सक्रिय कदम उठा सकेगी। इसके अलावा प्रदूषण नियंत्रण के लिए मानदंडों का अनुपालन सुनिश्चित करने हेतु संसाधन आवंटित करने में सक्षम बनाया जायेगा । ऐसे में वायु प्रदूषण का वास्तविक समय पर प्रदूषण फैलाने वाले कारक की पहचान करने वाला दिल्ली देश का पहला शहर बनेगा।
इस परियोजना से वाहनों के धुएं, धूल, बायोमास जलने, पराली जलाने और उद्योग उत्सर्जन जैसे विभिन्न प्रदूषण स्रोतों के वास्तविक समय के प्रभाव को समझने में भी मदद मिलेगी और इनके परिणामों के आधार पर दिल्ली सरकार प्रदूषण के कारकों को नियंत्रण करने के लिए आवश्यक कदम उठा सकेगी।