केंद्र पर नहीं थीं सेनिटाइजर मास्क और साबुन जैसी सुविधाएं
देश में लोगों के भीतर कोरोना का डर बैठ गया है। दुनिया में सात हजार से अधिक मौतें होने और 1.55 लाख से भी अधिक लोगों के संक्रमित होने से लोगों का डरना स्वाभाविक भी है। भारत में संक्रमण का आंकड़ा 106 पहुंच गया है और तीन लोगों की मौत हो गई है।
उत्तर प्रदेश में 12 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। यहां लोगों में डर का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि हाल में हुई बोर्ड परीक्षाओं के मूल्यांकन के लिए टीचर्स की ड्यूटी लगाई गई है, उनमें से 41 प्रतिशत टीचर्स कॉपियां जांचने के लिए केंद्र पर पहुंचे ही नहीं। जब इसका कारण उनसे पूछा गया तो उन्होंने बीमार होने या बाहर होने का हवाला दिया।
अनुपस्थित रहे शिक्षकों को डीआईओएस ने नोटिस जारी किया है। मूलयांकन के लिए जिले में पांच केंद्र बनाए गए है। इसमें सेंट एंड्रयूज इंटर कॉलेज और एमएसआई इंटर कॉलेज में हाईस्कूल और एमजी इंटर कॉलेज, एमपी इंटर कॉलेज और जुबिली इंटर कॉलेज में इण्टरमीडिएट की कॉपियों के मूल्यांकन की व्यवस्था की गई है। इन केंद्रों पर 3,196 टीचर्स की ड्यूटी लगाई है।
वहां पहले दिन 1,868 टीचर्स उपस्थित थे और 1,328 टीचर्स अनुपस्थित रहे। प्रमुख सचिव और माध्यमिक शिक्षा परिषद सचिव के निर्देश के बाद भी जिले में बने पांचों मूल्यांकन केंद्रों पर सोमवार,16 मार्च को कोरोना से बचाव और सावधानी के लिहाज से सैनेटाइजर, मास्क, साबुन सहित अन्य संसाधनों की व्यवस्था नहीं थी।
केंद्र व्यवस्थापकों ने कहा कि शाम तक साबुन और सैनेटाइजर मंगवा लिया जाएगा। साथ ही सभी जगहों की सफाई भी हो जाएगी। कोरोना से बचाव के लिए मूल्यांकन के दौरान शिक्षकों को करीब एक-एक मीटर की दूरी पर बैठने का निर्देश दिया गया था। ड्यूटी पर आए टीचर्स को देखा जा सकता था की वह करीब-करीब ही बैठे थे।
गोरखपुर के संयुक्त शिक्षा निदेशक योगेंद्र नाथ सिंह ने मामले पर बताया, “सभी मूल्यांकन केंद्रों पर बैठक कर कोरोना से बचाव की जानकारियां दी गई हैं। सैनेटाइजर, मास्क और साबुन की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है। शिक्षकों को एक मीटर की दूरी पर बैठाने की व्यवस्था केंद्र व्यवस्थापक की है। अनुपस्थित शिक्षकों को नोटिस जारी किया गया है।”
तीन स्तर पर होगा मूल्यांकन
इस बार हाईस्कूल में विज्ञान और सामाजिक विज्ञान की उत्तर पुस्तिकाओं का पैनल मूल्यांकन होगा। सामाजिक विज्ञान के प्रथम खंड को इतिहास व राजनीतिशास्त्र के साथ स्नातक प्रशिक्षित तथा द्वितीय खंड अर्थशास्त्र व भूगोल के साथ स्नातक प्रशिक्षित योग्यताधारी परीक्षक मूल्यांकन करेंगे।
विज्ञान विषय की कॉपी के प्रथम व द्वितीय खंड को भौतिक विज्ञान तथा रसायन विज्ञान के साथ बीएससी प्रशिक्षित स्नातक जबकि तृतीय खंड को जीव विज्ञान के साथ बीएससी प्रशिक्षित स्नातक जांचेंगे।