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स्वदेशी जागरण मंच का आरोप, कहा- आरोग्य सेतु ऐप से विदेशी कंपनियों को पहुंचाया जा रहा लाभ

स्वदेशी जागरण मंच का आरोप, कहा- आरोग्य सेतु ऐप से विदेशी कंपनियों को हो रहा लाभ

आरोग्य सेतु ऐप पर कांग्रेस से बाद अब आरएसएस से जुड़ी संस्था स्वदेशी जागरण मंच सवाल सवाल खड़े किए हैं। स्वदेशी जागरण मंच ने ई-फार्मेसी को बढ़ावा देने को लेकर नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत पर सवाल खड़े किए हैं।

मंच के संयोजक अश्वनी महाजन ने कहा है कि ई-फार्मेसी अवैध है। महाजन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को टैग कर ट्वीट किया है। ट्वीट में लिखा है कि आरोग्य सेतु ऐप पर ई-फार्मा कंपनियों को प्रमोट किया जा रहा है। ये कंपनियां काफी डिस्काउंट दे रही हैं और दवा दुकानों के लिए खतरा बन रही हैं।

अश्विनी महाजन का कहना है कि आरोग्य सेतु ऐप पर ई-फार्मा प्लेटफॉर्म का लिंक है। चार कंपनियां इससे जुड़ी हैं। ये विदेशी फंडिंग वाली कंपनियां हैं। और दवा और स्वास्थ्य से जुड़ी दूसरी वस्तुओं की खरीदारी में काफी डिस्काउंट दे रही हैं। जिससे हमारे देश की सात लाख दवा दुकानों के लिए खतरा बन गई हैं।

गौरतलब है कि नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने तीन मई को ट्वीट किया था कि आरोग्य सेतु पर लोगों को ऑनलाइन मेडिकल कंसल्टेशन (कॉल एवं वीडियो), होम लैब टेस्ट और फार्मेसी की सुविधा मिलेगी।

इसके जवाब में अश्वनी महाजन ने ट्वीट किया, “माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी देखिए, नीति आयोग के सीईओ आरोग्य सेतु ऐप पर ई-फार्मेसी को बढ़ावा दे रहे हैं जो भारत में गैर कानूनी तरीके से चल रहा है। यह बड़े दुर्भाग्य की बात है कि चाइनीज वायरस से लड़ने के लिए तैयार किया गया ऐप विदेशी फंड से चलने वाली ई-फार्मेसी की मदद कर रहा है।”

स्वदेशी मंच का कहना है कि 10 करोड़ से ज्यादा लोग आरोग्य सेतु प्लेटफार्म से जुड़ चुके हैं। अब ये 10 करोड़ लोग भी ई फार्मेसी कंपनियों से भी लिंक हो गए हैं। उनका कहना है कि शाम 7:00 बजे से सुबह 7:00 बजे तक देशभर में ज्यादातर दुकानें बंद होती है। ऐसे में लोग ई फार्मा का विकल्प चुन सकते हैं।

बता दें महाजन ने अपने ट्वीट के साथ 12 दिसंबर 2018 के दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश की एक प्रति भी लगाई है। जिसमें हाई कोर्ट ने बिना लाइसेंस के ऑनलाइन दवा नहीं बेचने पर रोक लगाई थी।

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