सुप्रीम कोर्ट से फडणवीस सरकार को राहत मिली है। अदालत अब इस मामले में कल सुबह यानी मंगलवार 26 नवंबर को 10.30 बजे फैसला सुनाएगी। आज सोमवार को करीब 2 घंटे इस मामले में अदालत में तीखी बहस छिड़ी जिसके बाद अदालत ने इस पर कल फैसला सुनाने का आदेश दिया है। एनसीपी-कांग्रेस और शिवसेना की ओर से मांग की जा रही थी कि 24 घंटे के अंदर फ्लोर टेस्ट किया जाए।
चाचा की चाल नही चलेगी सरकार,भतीजा करेगा बेडा पार?
दरअसल शनिवार सुबह जिस तरह देवेंद्र फडणवीस, अजित पवार ने शपथ ली उसी के खिलाफ विपक्ष ने याचिका दायर की थी। जिस पर आज हर किसी की नज़र सुप्रीम कोर्ट पर थी , जहां अदालत राज्य के सियासी भविष्य पर फैसला आना था। सुप्रीम कोर्ट में इस सियासी ड्रामे पर मुकुल रोहतगी, तुषार मेहता, कपिल सिब्बल, अभिषेक मनु सिंघवी समेत कई वकीलों के बीच तीखी बहस हुई। पिछले एक महीने से महाराष्ट्र में चल रहा सियासी ड्रामा अभी तक खत्म नहीं हुआ है।
महाराष्ट्र की सियासत पर उच्चतम न्यायालय में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के शपथ लेने को रद्द करने की मांग करते हुए याचिका दायर की थी । अदालत में राज्यपाल का सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता, अजित पवार का पूर्व एएसजी मनिंदर सिंह, देवेंद्र फडणवीस का मुकुल रोहतगी, कांग्रेस-एनसीपी का अभिषेक मनु सिंघवी और शिवसेना का कपिल सिब्बल ने पक्ष रखा । मुख्यमंत्री फडणवीस की तरफ से अदालत में पेश हुए वकील मुकुल रोहतगी ने खुलासा किया कि राज्यपाल ने सदन में बहुमत साबित करने के लिए 14 दिनों का समय दिया है। अब महाराष्ट्र मामले पर शीर्ष अदालत कल मंगलवार को सुबह 10.30 बजे फैसला सुनाएगी एक तरफ एनसीपी-कांग्रेस और शिवसेना की ओर से मांग की जा रही थी कि 24 घंटे के अंदर फ्लोर टेस्ट किया जाए। वहीं सुप्रीम कोर्ट से फडणवीस सरकार को राहत मिली है।