महज 5 साल पहले ही उत्तर प्रदेश पुलिस में ड्यूटी पर तैनात हुई आरजू पंवार ने आखिर मौत का रास्ता क्यों चुन लिया ? कल जिला बुलंदशहर में महिला दारोगा ने आत्महत्या कर ली। आत्महत्या का राज अभी खुलना बाकी है। लेकिन फिलहाल घटनास्थल से मिला एक सुसाइड नोट पुलिस की जाँच के दायरे में है। इस सुसाइड नोट में महिला दारोगा ने लिखा था कि यह मेरी करनी का फल है। मौत सवालो और संदेहो में है। फ़िलहाल जाँच का विषय यह है कि महिला ने ऐसा क्या गलत कदम उठा दिया था जिसे वह अपनी मौत को करनी का फल बना रही है ? यहां यह भी बताना जरुरी है कि अगले महीने ही आरजू की शादी होने वाली थी।
महिला दारोगा आरजू पंवार बुलंदशहर जिले के अनूपशहर कोतवाली में तैनात थी। वह कस्बे में ही एक मकान में किराए पर रहती थी। आरजू पंवार ने देर रात चुनरी के फंदे से फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। ये करीब सात बजे ड्यूटी से लौटी थी, लेकिन रात करीब 9 बजे तक जब महिला दरोगा खाना खाने के लिए कमरे से बाहर नहीं निकली। उसके बाद मकान मालिक कमरे पर खाने के लिए पूछने गए तो हैरान रह गए। कमरे का दरवाजा बंद था। मकान मालिक ने खिड़की से अंदर झांका तो महिला दरोगा फांसी के फंदे पर लटकी हुई थी। मकान मालिक ने घटना की सूचना पुलिस को दी।
सूचना मिलने पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। खुद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संताष कुमार ने घटनास्थल का दौरा किया और वीडियो और फोटोग्राफी कराई। बताया जा रहा है कि आरजू मूल रूप से शामली जनपद की रहने वाली थी। हालाँकि पुलिस को आरजू का फोन मिला है। जिसमें काफी राज खुल सकता है।