[gtranslate]
Country

आरजेडी के लिए चुनौती बनते जा रहे है सुधाकर सिंह

बिहार में महागठबंधन सरकार के पांच महीने पूरे होने वाले हैं ,लेकिन आरजेडी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। आरजेडी ने आज 18 जनवरी को पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह को नोटिस जारी किया है,क्योंकि सुधाकर लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ बयानबाजी कर आरजेडी को चुनौती दे रहे हैं,जिससे यह संदेश जा रहा है कि वो आरजेडी आलाकमान के इशारे पर मुख्यमंत्री को निशाना बना रहे हैं, यही वजह है कि आरजेडी ने अब सुधाकर सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। दूसरी तरफ आरजेडी नेता चंद्रशेखर राम चरित मानस पर विवादित टिप्पणी करके बिहार सरकार को मुसीबत में डाल चुके हैं,मगर इस मुद्दे पर नीतीश की राय आरजेडी नेताओं से अलग है।

कुछ दिन पहले भी सुधाकर ने अवैध शराब को लेकर मुख्यमंत्री की खिंचाई की थी और आरोप लगाया था कि राज्य में शराब की “होम डिलीवरी” सेवा चल रही है। इसके अलावा उन्होंने कहा था कि लोग कहते हैं कि बिहार में जहरीली शराब है,लेकिन सभी जानते हैं कि घर-घर नकली शराब पहुंचाई जा रही है। अगर घर-घर नकली शराब पहुंचाई जा सकती है तो क्या बिहार सरकार किसानों के घर बीज और खाद नहीं पहुंचा सकती है,लेकिन इसके लिए इच्छाशक्ति की जरूरत है। इतना ही नहीं मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक,सुधाकर सिंह का कहना है कि बिहार में एक बड़ा बदलाव आया है। वह बदलाव कहाँ है? सरकारी आंकड़े लाजवाब हैं… लोग समझ नहीं पाते कि जो कहा वह सच में हुआ… एक (मोबाइल) ऐप यहां ठीक से नहीं चल सकता और आप कहते हैं कि आप राज्य बदल देंगे… आप झूठ बोल रहे हैं। आप कहते कुछ हैं और करते कुछ और हैं।

इन्हीं कारणों की वजह से आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश पर सुधाकर सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए आरजेडी ने कहा है कि संज्ञान में आया है कि एक बार फिर आपने गठबंधन धर्म की मर्यादा का उल्लंघन किया है। आरजेडी के राष्ट्रीय अधिवेशन में आमराय से यह पारित किया गया कि गठबंधन के भीतर और शामिल दलों के शीर्ष नेतृत्व के मुद्दों पर बात करने के लिए केवल पार्टी के सम्मानित राष्ट्रीय अध्यक्ष या माननीय उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को ही अधिकृत किया गया है। लेकिन आपने लगातार इस संकल्प का उल्लंघन किया है। आपके बयान उन ताकतों को लगातार मजबूत कर रहे हैं जो संविधान को रौंद कर इंसाफ, भाईचारा और समानता की वकालत को खत्म करना चाहते हैं। आरजेडी के नोटिस में आगे लिखा है,आपके आपत्तिजनक बयान देश के एक बड़े वर्ग को आहत कर रहे हैं। सुधाकर को यह नोटिस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी ने जारी किया है। इसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के संविधान की धारा -33 के उपनियम -22 के तहत, 15 दिनों के भीतर स्पष्टीकरण दें कि आपके खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई क्यों न की जाए।

इसके अलावा जेडीयू नेताओं ने आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद और तेजस्वी से सुधाकर सिंह पर नकेल न कसने को लेकर नाराजगी जताई है।उनका कहना है कि सुधाकर के बयान से जनता में गठबंधन को लेकर गलत संदेश जा रहा है। हालांकि नीतीश खुद कह चुके हैं कि वो राष्ट्रीय राजनीति में जा रहे हैं, इसलिए बिहार के मुख्यमंत्री पद पर अब तेजस्वी आएंगे। लेकिन सुधाकर सिंह जैसों की टिप्पणियों से यह लग रहा है कि आरजेडी तेजस्वी को जल्द से जल्द सीएम की कुर्सी पर देखना चाहती है। हालांकि आरजेडी और तेजस्वी को इस मुद्दे पर खुद कोई जल्दबाजी नहीं है।आरजेडी नेतृत्व को अकेले सुधाकर से ही नहीं जूझना पड़ रहा है। मंत्री चंद्रशेखर के रामचरित मानस वाले बयान पर भी आरजेडी और जेडीयू की अलग -अलग राय है । तेजस्वी ने जहां मंत्री चंद्रशेखर का यह कहकर समर्थन किया कि सभी को बोलने की आजादी है, वहीं नीतीश कुमार ने कहा कि सभी का अपना धर्म है। रामचरित मानस पर टिप्पणी क्यों की जा रही है। जिसको जो मानना है माने, नहीं मानना है तो चुप रहे। नीतीश के इस बयान को लेकर कहा जा रहा है कि वे आरजेडी नेता और मंत्री चंद्रशेखर के बयान से खुश नहीं हैं। दूसरी तरफ बीजेपी भी नीतीश पर हमलावर है। उसका कहना है कि नीतीश सरकार नहीं संभाल पा रहे हैं। हालांकि इससे पहले सरकारी नीतियों और बिहार में सूखे जैसी स्थिति पर उनकी टिप्पणियों को लेकर नीतीश ने सुधाकर सिंह को सार्वजनिक रूप से फटकार लगाईं थी। उसके बाद सुधाकर ने अक्टूबर 2022 में कृषि मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।

You may also like

MERA DDDD DDD DD