भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे (IIT BOMBAY) ने अफगानिस्तान में जारी संकट के बीच छात्रों को वापस आने और अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए कहा है। संस्थान ने अफगान छात्रों को अपने परिसर में लौटने की अनुमति दी है। इससे पहले बड़ी संख्या में IIT बॉम्बे में नामांकित कई छात्र संस्थान से उनकी वापसी को मंजूरी देने का अनुरोध कर रहे थे।आईआईटी बॉम्बे (IIT BOMBAY) के निदेशक ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, “छात्रों को छात्रावास से कक्षाओं में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी ताकि उनकी पढ़ाई बाधित न हो।” उन्होंने आगे कहा, “हालांकि हमने एक विशेष मामले के रूप में परिसर में आने के उनके अनुरोध को मंजूरी दे दी है, लेकिन हमें यकीन नहीं है कि उन्हें अपने सपनों को पूरा करने में कितनी देर हो चुकी है।हमें उम्मीद है कि वे सभी सुरक्षित हैं और जल्द ही हमारे साथ जुड़ सकते हैं।”
जेएनयू(JNU) में पढ़ने वाले छात्र वीजा बढ़ाना चाहते हैं जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में पढ़ रहे अफगानिस्तान के लगभग 22 छात्र अपने देश वापस जाने के इच्छुक नहीं हैं और अकादमिक पाठ्यक्रमों के माध्यम से अपने वीजा का विस्तार करना चाहते हैं। अफगान छात्र भारत में अपने प्रवास को लेकर परेशान हैं क्योंकि उनका वीजा कार्यकाल महीनों के भीतर समाप्त होने वाला है।
सूत्रों के अनुसार, इन विदेशी छात्रों में से अधिकांश के लिए वीजा की सीमा इस साल दिसंबर के महीने तक खत्म हो रही है, हालांकि, अफगानिस्तान में स्थिति अस्थिर होने के कारण, कोई भी वापस नहीं जाना चाहता है और वे पीएचडी (Phd) जैसे शैक्षणिक पाठ्यक्रमों के माध्यम से अपने वीजा का विस्तार करना चाहते हैं। जेएनयू(JNU)के एक छात्र जलालुद्दीन ने बताया, “वहां स्थिति बेहद गंभीर है। मुझे उम्मीद है कि प्रशासन हमारी स्थिति को समझेगा और मेरा वीजा परमिट बढ़ा देगा।”