कोरोना संक्रमण को रोकने के उद्देश्य से हुए लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर छोटे-मोटे कामकाज करने वाले लोगों को हुआ है। सड़कों के किनारे रेहड़ी-पटरी पर सामान बेचने वालों के सामने जीवन-यापन की चुनौती खड़ी हो गई है। शायद इसी को ध्यान में रखते हुए अब दिल्ली सरकार चाहती है कि फेरीवालों और रेहड़ी-पटरी वालों का कामकाज फिर से शुरू कर दिया जाए। सरकार ने संकेत दिए हैं कि जल्दी ही इन लोगों को सुबह से लेकर शाम तक सामान बेचने की अनुमति दी जाएगी।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक डिजिटल प्रेस वार्ता के माध्यम से बताया कि एक विधयेक पास किया जा रहा है जिसके तहत सड़क किनारे सामाने बेचने वालों एवं फेरीवालों को सुबह से शाम आठ बजे तक सामान बेचने की अनुमति होगी, लेकिन कंटेनमेंट जोन्स में अभी कोई छूट नहीं दी जाएगी।
फेरीवालों और रेहड़ी-पटरी वालों के प्रति संवेदनशीलता जाहिर करने के साथ ही दिल्ली सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि कोरोना संक्रमण रोकने की गाइड लाइन में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। अपना काम करने के दौरान इस बीच कोरोना से बचाव के लिए फेरीवालों को सोशल डिस्टेंसिंग और निर्धारित सभी नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।