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किसान आंदोलन के समर्थन में सड़क पर उतरे सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव 

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने किसान आंदोलन के समर्थन में विरोध प्रदर्शन किया है।  फिलहाल अखिलेश यादव अपने आवास के पास विक्रमादित्य रोड,लखनऊ की सड़क पर बैठ कर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। हालाँकि उत्तर प्रदेश की पुलिस का कहना है कि समाजवादी पार्टी को इस प्रदर्शन के आयोजन की अनुमति नहीं दी गयी है। 

 


जिसके चलते उन्हें लखनऊ में ही रोक लिया गया है और प्रदर्शन के लिए तय स्थल पर जाने न देने की वजह से अखिलेश यादव और उनके पार्टी के समर्थक सड़क पर ही धरने पर बैठ गए हैं। 

कृषि विरोधी कानून के खिलाफ लगातार प्रदर्शन हमारी पार्टी :अखिलेश यादव

 
इस विरोध प्रदर्श को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि,’हमारी पार्टी लगातार किसानों को जागरूक करेगी और इस कृषि विरोधी कानून के खिलाफ लगातार प्रदर्शन तब तक करती रहेगी जब तक सरकार इस कानून को वापस नहीं ले लेती। इस कानून से किसानों का बिल्कुल भी कोई हित नहीं होने वाला। ‘
 
अखिलेश यादव ने 7 दिसम्बर के इस विरोध प्रदर्शन की घोषणा पहले ही कर दी थी जिसमें उन्होंने यह कहा था कि वे 7 दिसम्बर की सुबह अपने आवास से निकलेंगे और कन्नौज जिला पहुँच कर वहां से किसानों के समर्थन में पैदल यात्रा करेंगे। लेकिन पुलिस ने उन्हें घर से निकलते ही बैरिकेडिंग कर रोक लिया और अब अखिलेश यादव सड़क पर ही बैठ कर नए कृषि कानून के विरोध में धरना कर रहे हैं। 
 

कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया

कन्नौज पुलिस ने कोविड प्रोटोकॉल का हवाला देते हुए प्रदर्शन करने पर रोक लगा दी है।  यहां तक कि कन्नौज में पार्टी के कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में भी ले लिया।
 
पार्टी को लखनऊ में रोके जाने पर अखिलेश यादव ने कहा कि या तो पुलिस उन्हें कन्नौज जिला जाने दे या उनकी गिरफ़्तारी कर ले। पर वे रुकेंगे नहीं पैदल ही कन्नौज जिला पहुँचने का प्रयास करेंगे।
 
 
समाजवादी पार्टी ही नहीं बल्कि कृषि कानूनों के खिलाफ शुरू हुए किसान आंदोलन को लेकर अब अन्य राजनीतिक पार्टियां भी सक्रिय रूप से हलचल पैदा कर रही है।  सोशल मीडिया पर या बयानबाजी के जरिए सरकार की आलोचना कर रहीं पार्टियां अब विरोध-प्रदर्शन का रुख भी कर रही हैं।

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