दो देशों की यात्राओं के बाद प्रधानमंत्री मोदी बहरीन पहुंच गए हैं। वह तीन देशों के दौरे पर हैं। पीएम मोदी के साथ एनएसए अजीत डोभाल भी बहरीन पहुंचे। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली बहरीन यात्रा है।
बहरीन में भारतीय समुदाय के लोगों को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,”साथियों, बहरीन के मेरी ये यात्रा भले ही प्रधानमंत्री के
मेरा मकसद यहां बसे भारतीयों से मिलना और बहरीन के लाखों दोस्तों से संवाद करने का है। मेरा प्रयास पांच हजार साल के पुराने रिश्ते को 21वीं सदी की ताजगी और आधुनिकता देने का है।

मित्रों,अनेकता में एकता ही भारत की शक्ति है।भारत की यही इंद्रधनुषी छवि दुनिया को आकर्षित करती है। मैं बहरीन के लाखों साथियों को 130 करोड़ सपनों के न्यू इंडिया में नए अवसरों के प्रोजेक्ट में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित करने के लिए आया हूँ।
बहनों और भाइयों, बहरीन से हमारे सम्बद्ध व्यापार और कारोबार के तो रहे ही हैं, इससे बढ़कर मानवीयता के रहे हैं, संवेदनाओं के रहे हैं, संस्कृति के रहे हैं और मूल्यों के रहे हैं।
हजारों वर्षों से एक दूसरे के यहाँ जो हमारा आना जाना है, उसने गहरी छाप दोनों देशों में है। यहां के प्रधानमंत्री से हमारी लम्बी बातचीत हुई है।
हम दोनों ने अपने रिश्तों को स्पेस में भी बढ़ाने का फैसला किया है। दोनों देशों ने एक दूसरे से बहुत कुछ पाया है। एक मजबूत फैमिली सिस्टम को हमने समाज का आधार माना है।
दोस्तों आज जन्माष्ठमी है आप सबको एवं सभी हिन्दू साथिओं को कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई। बहरीन के समाज ने भारत की संस्कृति को बहुत सहेज कर रखा है क्योंकि हमारा रिश्ता संस्कारों का रहा है और समाजों का भी रहा है।
एक तरफ बहरीन उत्साह और उमंग से भरा है, देश मे कृष्णजन्माष्टमी का हर्ष हैं वहीं उस वक्त मेरे भीतर एक गहरा शोक और दर्द मैं दबा करके आप के बीच खड़ा हूँ।
विद्यार्थी जीवन से लेकर राजनीतिक जीवन मैंने और भाई अरुण ने एक साथ चला।
एक लंबा सफर जिस दोस्त के साथ तय किया,मेरा वो दोस्त अरुण जेटली यह दुनिया छोड़ कर चला गया, मैं कर्तव्यभाव से बंधा हुआ हूँ। इसलिए मैं आज बहरीन की धरती से भाई अरुण को नमन करता हूँ, आदर पूर्वक उन्हें श्रद्धांजलि देता हूँ।
हमारे लक्ष्य ऊंचे है लेकिन जब आपके पास 130 करोड़ लोगों की भुजाएं हो तो हिम्मत बढ़ जाता है।’
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि मुझे यह कहने में संकोच नहीं है कि सरकार सिर्फ स्टेयरिंग पर बैठी है एकसीलेटर पर देश की जनता का हौसला है।
आज भारत मे डिजिटल क्षेत्र में अभूतपूर्व काम हो रहा है, एयरवेज, रेलवेज इन सबका जल फ़ैलाया जा रहा है। देश की आने वाली इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए
100 लाख करोड़ रुपये का टारगेट रखा गया है। आज भारत दुनिया के सबसे अधिक डिजिटल कनेक्शन देशों में से एक है।
उन्होंने कहा ‘बहरीन में भी शीघ्र ही आप भी रुपे कार्ड से लेनदेन कर पाएंगे। आज यहां पर मैने रुपे कार्ड के लिए एमओयू साइन किया। रुपे कार्ड उन योजनाओं में से एक है जो सिमलेश व्यवस्था दे रहा है। 7 सितंबर को भारत का चन्द्रयान, चंद्रमा के सतह पर उतरने वाला है। पूरी दुनिया आज भारत की स्पेस संस्थानों की प्रशंसा कर रही है।