केंद्र सरकार के द्वारा संसद का विशेष सत्र बुलाए जाने के बाद से ही इसे लेकर राजनीतिक गलियारे में हलचल मच गई है। इस अचानक बुलाएं गए विशेष सत्र को लेकर कई तरह के मुद्दों की बात उठ रही हैं। जिसमे एक देश-एक चुनाव से लेकर इंडिया का नाम बदलकर भारत किए जाने तक विशेष सत्र में एजेंडे को लेकर चर्चाएं हो रही हैं। इस बीच कांग्रेस की संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है और उनसे संसद के विशेष सत्र के एजेंडे पर जानकारी मांगी है।
सोनिया गांधी ने चिट्ठी में कहा है कि ‘संसद का विशेष सत्र विपक्ष से बिना किसी पूर्व चर्चा के बुलाया गया है। उन्होंने सत्र के एजेंडे की जानकारी भी मांगी है। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष ने पीएम मोदी से नौ सूत्रीय एजेंडे पर चर्चा कराने का भी आग्रह किया है। उन्होंने चिट्ठी में मांग रखी कि दिनांक 18 सितंबर 2023 से शुरू होने वाले संसद के विशेष सत्र के दौरान देश की आर्थिक स्थिति, जातीय जनगणना, चीन के साथ सीमा पर गतिरोध और अडानी समूह से जुड़े नए खुलासों की पृष्ठभूमि में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने की मांग समेत नौ मुद्दों पर उचित नियमों के तहत चर्चा कराई जाने की मांग की गई है।
सोनिया गांधी ने पत्र में यह भी कहा कि, “रचनात्मक सहयोग की भावना के तहत मैं आशा करती हूं कि संसद के आगामी सत्र में इन विषयों पर चर्चा कराई जाएगी।” उनकी इस चिट्ठी पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि किसी को भी इस विशेष सत्र को लेकर जानकारी नहीं थी। पहली बार ऐसा हो रहा है, जब विशेष सत्र को लेकर हमारे पास एजेंडे की कोई जानकारी ही नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभी तक इस चिट्ठी का कोई जवाब नहीं दिया है और न ही किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया दी गई है।