देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस अब तक के इतिहास में बहुत बुरे दौर से गुजर रही है । जहां एक ओर केंद्र और राज्यों में उसका जनाधार लगातार सिकुड़ता जा रहा है, वहीं पार्टी के सामने अहम सवाल यह भी है कि आखिर भविष्य में पार्टी का खेवनहार कौन होगा? पार्टी अपना नेतृत्व ही तय नहीं कर पा रही है। लोकसभा चुनाव 2019 के बाद से सोनिया गांधी ही अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर काम कर रही हैं। एक तरह से पार्टी को अध्यक्ष नहीं मिल पाया है तो वहीं पार्टी को लगातार चुनावों में मिल रही करारी हार से पार्टी के भीतर जारी कलह के बीच हाल ही में उत्तर प्रदेश ,पंजाब ,उत्तराखण्ड मणिपुर और गोवा सहित पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी की समीक्षा बैठक में फैसला लिया गया कि पार्टी नेतृत्व में कोई बदलाव नहीं होगा । कांग्रेस वर्किंग कमेटी में पार्टी की कमान एक बार फिर सोनिया गांधी के हाथों में रहने का फैसला किया गया है।

कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे
पार्टी की कार्यसमिति की बैठक के बाद कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी कांग्रेस का नेतृत्व करेंगी और भविष्य में भी वही निर्णय लेंगी। हम सभी को उनके नेतृत्व पर भरोसा है।’ वहीं, एआईसीसी महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा कि सीडब्ल्यूसी ने सर्वसम्मति से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में विश्वास जताया है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सीडब्ल्यूसी बैठक में सभी नेताओं की बात सुनीं। इसके बाद उन्होंने कहा कि वह पार्टी को मजबूत करने के लिए आवश्यक बदलाव करने को तैयार हैं। बैठक में फैसला किया कि जल्द ही एक ‘चिंतन शिविर’ का आयोजन किया जाएगा जिसमें आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक प्रेसकांफ्रेंस में कहा कि हर नेता ने सोनिया गांधी के नेतृत्व में विश्वास जताया और संगठनात्मक चुनाव संपन्न होने तक उनसे अध्यक्ष पद पर बने रहने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि बैठक में हर चुनावी राज्य के प्रभारियों एवं वरिष्ठ नेताओं ने सीडब्ल्यूसी के समक्ष रिपोर्ट पेश की। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी की समीक्षा बैठक में फैसला लिया गया कि पार्टी नेतृत्व में कोई बदलाव नहीं होगा । कांग्रेस वर्किंग कमेटी में पार्टी की कमान एक बार फिर सोनिया गांधी के हाथों में रहने का फैसला किया गया है।
यह भी पढ़ें : कांग्रेस भीतर कांग्रेस
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक प्रेसकांफ्रेंस में कहा कि हर नेता ने सोनिया गांधी के नेतृत्व में विश्वास जताया और संगठनात्मक चुनाव संपन्न होने तक उनसे अध्यक्ष पद पर बने रहने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि बैठक में हर चुनावी राज्य के प्रभारियों एवं वरिष्ठ नेताओं ने सीडब्ल्यूसी के समक्ष रिपोर्ट पेश की।