सुरक्षा बल के जवान अगर कोरोना वायरस संक्रमण से मरते हैं तो उन्हें अब शहीद का दर्जा मिलेगा। साथ ही इनके परिजनों को भारत के वीर फंड से 15 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। यह राशि विभागीय मदद के अतिरिक्त होगी।
गृह मंत्रालय को सुरक्षा बलों की ओर से प्रस्ताव भेजा गया था। अब उस प्रस्ताव को गृह मंत्रालय ने सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। वहीं मंजूरी मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
भारत के वीर पोर्टल पर कोरोना शहीदों का ब्योरा अपलोड किया जा रहा है। परिजनों को सीधे मदद दिलाने के लिए खाता संख्या और अन्य ब्योरा साझा किया जा रहा है। इससे संबंधित एक अधिकारी ने कहा, “कोरोना योद्धा के रूप में ड्यूटी पर संक्रमण से मृत्यु को शहादत मानते हुए कोरोना शहीद का टर्म दिया गया है, जिससे भारत के वीर फंड के तहत इनके परिजनों को मदद मिल सके।”
वीर फंड की शुरुआत 2017 में हुई थी। गौरतलब है कि इस वीर फंड की शुरुआत गृह मंत्रालय की तरफ से 2017 में शुरू की गई थी। यह शुरुआत शहीद जवानों के परिवारों के लिए पैसा जुटाने के लिए की गई थी।
इसके लिए पोर्टल भी बनाया गया था। इस पोर्टल पर शहीद जवानों का ब्योरा होता है। जिससे सीधे शहीद के परिवार की मदद की जा सकती है। डोनेशन देने के साथ ही ऑनलाइन ट्रांसफर के साथ यूपीआई के जरिए भी पेमेंट किया जा सकता है।
भारत के वीर फंड की शुरुआत जब किया गया था तभी इसमें कुल 6.40 करोड़ रुपये जमा हुए थे। इसके बाद 2018 में 19.43 करोड़ रुपये जमा हुए। वहीं, पिछले साल पुलवामा हमले में शहीद हुए 40 जवानों की मदद करने के लिए पूरे देश ने हाथ बढ़ाया था और फंड में करीब 250 करोड़ रुपए एकत्र किए गए थे।
उल्लेखनीय है कि अब तक विभिन्न सुरक्षा बलों में 39 जवानों की कोरोना संक्रमण से मौत हो चुकी है। जिनमें सीआरपीएफ में 15, बीएसएफ में 10, आईटीबीपी में 3, सीआईएसएफ में 9 और एसएसबी के दो जवान हैं। वहीं अब तक सुरक्षा बलों में संक्रमण के 8113 मामले सामने आए हैं। इनमें 4512 जवान ठीक हो चुके हैं। जबकि 3562 सक्रिय केस हैं जिसका इलाज चल रहा है।