इन दिनों कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर है। इसकी शुरुआत उन्होंने तमिलनाडु के कन्याकुमारी से की है। इसी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर हमला करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने कहा था कि, राहुल गांधी ने कन्याकुमारी में स्वामी विवेकानंद की मूर्ति को प्रणाम तक नहीं किया है।
कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पिछले हफ़्ते तमिलनाडु के कन्याकुमारी से ही भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत की थी। इस यात्रा को वर्ष 2024 के लोकसभा में होने वाले चुनाव की तैयारी मन जा रहा है। यह यात्रा देश के 12 राज्यों और दो केंद्रशासित प्रदेशों से होकर गुज़रेगी और कुल 3,700 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। लगभग 150 दिनों में यह यात्रा पूरी करने की योजना है।
इसी यात्रा पर भाजपा नेत्री स्मृति इरानी ने दावा किया कि, राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत के दौरान स्वामी विवेकानंद की मूर्ति को प्रणाम नहीं किया, मगर बाद में पाया गया कि उनका ये दावा गलत था। क्योंकि राहुल गांधी ने स्वामी विवेकानंद को श्रद्धांजलि देने के बाद ही यात्रा की शुरुआत की थी। स्मृति इरानी के दावे का वीडियो फुटेज, और राहुल गांधी की ओर से स्वामी विवेकानंद को कन्याकुमारी में श्रद्धांजलि देने का वीडियो एक साथ सोशल मीडिया पर अब पर वायरल होने लगा है। इस दावे पर कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने आलोचना करते हुए कहा है कि,लोग बेशर्मी से झूठ बोल रहे हैं।
WOW !
The passion, fervour, energy & the confidence with which @smritiirani LIES in public !Please use this energy to serve the common man
..and yes, the honorable thing to DO would be to publicly APOLOGISE for LYING
Please maintain the dignity of an union minister's office pic.twitter.com/hoAzGH1t2r
— Dr. J Geeta Reddy 🇮🇳 (@drjgeetareddy) September 12, 2022
सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वीडियो में स्मृति इरानी कहती हुई दिखती है कि,’मैं कांग्रेस पार्टी से पूछना चाहती हूँ। आप कहते हैं कि, भारत को जोड़ने की यात्रा कर रहे हैं। अरे अगर कन्याकुमारी से चले तो कम से कम इतनी निर्लज्जता तो नहीं दिखाते। स्वामी विवेकानंद को प्रणाम करके तो बताते,लेकिन राहुल गांधी को यह भी स्वीकार्य नहीं है, क्योंकि स्वामी विवेकानंद जी राष्ट्र संत हैं, नामी खानदान के सदस्य नहीं।यह बात केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने कर्नाटक में भाजपा की सरकार के 3 साल पूरे होने के मौके पर पार्टी के एक कार्यक्रम में कही थी।
जिस पर कांग्रेस पार्टी के संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने स्मृति इरानी के आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि,7 सितंबर शाम में 3 बजे राहुल जी कहाँ थे? हमने इसे वीडियो में दिखाया है। राहुल गांधी किसके स्मारक में थे? स्मृति इरानी को अगर नया चश्मा चाहिए तो मैं वो देने के लिए तैयार हूँ। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि,भाजपा झूठ की फैक्ट्री चला रही है। भाजपा के लोग यात्रा के बारे में झूठ फैला रहे हैं। यात्रा को मिल रहे व्यापक जनसमर्थन से ये लोग डरे हुए हैं। भाजपा के कुछ मंत्रियों से हम झूठ के अलावा उम्मीद भी नहीं कर सकते है। हम इतने निचले स्तर पर जाकर टी-शर्ट, जूते, मोजे और अंडरवियर पर बहस नहीं कर सकते।
एक बार फिर सिद्ध हो गया की #स्मृति_झूठी_है
यार ये कितना झूठ बोलती है pic.twitter.com/XHGfdetHVM
— Vaibhav Walia (@vbwalia) September 12, 2022
स्मृति इरानी घोटाले में बुरी तरह से फँसी हुई हैं। सारे तथ्य सामने आए हैं। हमारे प्रधानमंत्री की तरह किसी को सच बोलने की आदत नहीं है। प्रधानमंत्री की बीमारी कैबिनेट सहयोगियों में भी फैल गई है।
इसी मामले पर भारत जोड़ो यात्रा के संयोजक और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी ट्वीट करते हुए कहा है कि,स्मृति इरानी आप इतना झूठ बोलेंगी मुझे उम्मीद नहीं थी। संघियों की संगत में आप भी बदल गईं। माफ़ी माँगो। मैं स्वयं उस समय कन्याकुमारी में था।
इस बयानबाजी के बाद भाजपा इस मामले पर अब तक चुप्पी साध रखी है। स्मृति इरानी उत्तर प्रदेश के अमेठी से सांसद हैं। उन्होंने वर्ष 2019 के आम चुनाव में राहुल गांधी को अमेठी से हराया था।
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