सोशल मीडिया एप्स को लेकर आये दिन खबरें आती रहती हैं कि वो यूजर्स की निजी जानकारियों और दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ करता है। जिसको लेकर देश और दुनिया में कई बार विरोध भी दर्ज कराया गया है। वर्तमान में भी ऐसा ही कुछ हो रहा है। दरअसल , वाट्सएप ने घोषणा की है कि वो आठ फरवरी से अपनी नीतियों में बदलाव करने जा रहा है। इसका दुनियाभर में विरोध हो रहा है। भारत में भी यूजर नाराज हैं। इंटरनेट मीडिया लोकल सर्किल के एक सर्वे में यह बात सामने आई है कि देश के 15 फीसदी यूजर वाट्सएप से पूरी तरह किनारा करने का मन बना चुके हैं, जबकि 36 फीसद लोग इस एप का इस्तेमाल न्यूनतम करने का इरादा रखते हैं। दुनियाभर में वाट्सएप के दो अरब से ज्यादा यूजर हैं। भारत में सर्वाधिक 40 करोड़ से ज्यादा लोग इस एप का इस्तेमाल करते हैं।
नई नीति के अंतर्गत वाट्सएप और फेसबुक यूजर से संबंधित सूचनाओं का इन प्लेटफार्म पर होने वाले कारोबार और थर्ड पार्टी सेवा प्रदाता के साथ साझा कर सकते हैं। इस मामले में आप किन कार्रवाई पर विचार कर रहे हैं?
वाट्सएप की नई नीति के खिलाफ देश में विरोध के स्वर तेज होने लगे हैं। इसकी आहट इंटरनेट मीडिया ट्विटर, लोकल सर्किल आदि पर महसूस होने लगी है। वाट्सएप ग्रुपों पर भी कुछ ऐसी ही बातें चल रही हैं। कुछ भारतीय स्टार्टअप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी यानी सीईओ अपने कर्मचारियों से वाट्सएप पर व्यापार संबंधी चैट से परहेज करने को कह चुके हैं।
बता दें कि प्राथमिक सूचनाओं के आदान प्रदान में वाट्सएप छोटे उद्योगों के लिए बड़ा मददगार साबित होता रहा है। खासकर कोरोना संक्रमण का महामारी के दौरान वाट्सएप का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है। इन सभी तथ्यों को देखते हुए लोकल सर्किल ने एक सर्वे के जरिए यह जानने का प्रयास किया कि नई नीति का वाट्सएप के कारोबार और वाट्सएप पे पर कितना प्रभाव पड़ेगा।
बिजनेस अकाउंट से चैट
वाट्सएप आपके चैट और खासकर बिजनेस अकाउंट के साथ हुए चैट, प्रोफाइल, तस्वीर व कांटैक्ट संबंधी सूचनाएं फेसबुक, इंस्टाग्राम व थर्ड पार्टी सेवा प्रदाता के साथ साझा कर सकता है। इसके बावजूद क्या आप बिजनेस अकाउंट से चैट करना चाहेंगे?
अगर आपके भुगतान और लेनदेन संबंधी सूचनाएं वाट्सएप फेसबुक, इंस्टाग्राम व थर्ड पार्टी कारोबार के साथ साझा करेगा तो क्या आप वाट्सएप पे फीचर का इस्तेमाल करेंगे? पेटीएम व अमेजन पे की तरह वाट्सएप पे ऑनलाइन भुगतान का माध्यम है।
224 जिलों के 24 हजार लोगों की राय
सर्वे में देश के 244 जिले के 24 हजार वाट्सएप यूजर से प्रतिक्रिया ली गई। इनमें 63 फीसद पुरुष व 37 फीसद महिलाएं थीं। 49 फीसद लोग टीयर एक, 31 फीसद टीयर दो व 20 फीसद लोग टीयर तीन व चार के ग्रामीण जिलों से थे।
वाट्सएप द्वारा नई नीति की घोषणा किए जाने के तत्काल बाद उसके एप इंस्टाल्स में भारी गिरावट दर्ज की गई। किसी व्यक्ति द्वारा स्टोर से एप डाउनलोड किए जाने व उसका पहली बार इस्तेमाल करने को एप इंस्टाल कहा जाता है। 1-5 जनवरी के बीच वाट्सएप का एप इंस्टाल्स 20 लाख था जो 6-10 जनवरी के बीच 13 लाख रह गया। इस प्रकार एप इंस्टाल्स में 35 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है। दूसरी तरफ, टेलीग्राम का इस अवधि में एप इंस्टाल्स 13 लाख था जो 6-10 जनवरी तक बढ़कर 15 लाख हो गया। सर्वे में इस बात का अनुमान लगाया गया है कि भारत में वाट्सएप के 40 करोड़ यूजर में से छह करोड़ इस मैसेंजिंग एप से किनारा कर सकते हैं।