पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए मतदान का समय अब महज एक हफ्ते का रह गया है। इसके बावजूद प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिध्दू की नाराजगी कम नहीं हो पाई है। राज्य में कांग्रेस की ओर से सीएम फेस के एलान के बाद एक बार फिर उनकी नाराजगी तब दिखी, जब उन्हें एक चुनावी मंच पर भाषण देने को बुलाया गया। मंच पर बुलाए जाने के बाद उन्होंने हाथ जोड़कर भाषण देने से साफ इनकार कर दिया। खास बात यह है कि इस चुनावी मंच पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और चरणजीत सिंह चन्नी मौजूद थे। इतना ही नहीं स्टेज से नाम पुकारने के बाद सिध्दू उठे, हाथ जोड़े और चन्नी की ओर इशारा कर कहा कि इन्हें बुलवाओ।
बता दें कि जब से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने चन्नी को सीएम चेहरा घोषित किया है, तब से नवजोत सिंह सिध्दू नाराज चल रहे हैं। हालांकि जब सीएम फेस का फैसला हुआ था तब सिद्धू ने कहा था कि पार्टी हाईकमान का निर्णय उन्हें मंजूर है। लेकिन उनके बर्ताव से लग रहा है कि उनके अंदर अभी भी नाराजगी है। गौरतलब है कि पंजाब चुनाव के लिए सीएम उम्मीदवार की रेस में चरणजीत सिंह चन्नी और नवजोत सिंह सिध्दू दोनों थे। लेकिन लुधियाना में राहुल गांधी ने चन्नी के नाम पर यह कहते हुए मुहर लगा दी कि कार्यकताओं और विधायकों की पहली पसंद चन्नी ही हैं। सीएम फेस की घोषणा के बाद चन्नी और सिध्दू ने एक दूसरे को जरूर गले लगाया, लेकिन उसके बाद से सिध्दू चुनावी कार्यक्रमों से गायब हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर सिध्दू की नाराजगी खत्म क्यों नहीं हो रही है?
उधर, पिता सिध्दू के लिए उनकी बेटी राबिया चुनाव प्रचार में निकली हैं। उन्होंने हाल ही में चन्नी को सीएम चेहरा घोषित किए जाने को लेकर नाराजगी जाहिर की और चन्नी को गरीब बताए जाने पर गुस्सा जताया। राबिया ने इतना तक कह दिया कि जब तक उनके पिता जीत नहीं जाते, वह शादी नहीं करेंगी।
अमृतसर पूर्व सीट पर घमासान
अमृतसर पूर्व सीट पंजाब चुनाव में बेहद दिलचस्प हो गई है। बिक्रम सिंह मजीठिया ने सिध्दू की चुनौती को स्वीकार करते हुए इसी सीट से नामांकन दाखिल कर दिया है। कहा यह भी जा रहा है कि मजीठिया को अन्य दलों की ओर से भी अंदरखाने समर्थन किया जा रहा है ताकि सिध्दू को हराया जा सके।