प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में कोरोना वैक्सीन लगाने की घोषणा 16 जनवरी को की थी। जिसके बाद देशभर में कोरोना वैक्सीन का टीकाकरण आरंभ हो गया है। लेकिन वैक्सीन दिए जाने के बाद कुछ इलाकों में इसके साइड इफेक्ट की खबरें भी आ रही है। इस बात की जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने संवाददाता सम्मेलन में दी। 16 और 17 जनवरी को वैक्सीन दिए जाने के बाद 447 एइएफ़आई (एडवर्स इवेंट फॉलोइंग इम्युनाइजेशन) रिपोर्ट किए गए हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर मनोहर अगनानी ने कहा कि कल और आज की स्थिति मिलाकर टीकाकरण के बाद 447 मामलों में से केवल 3 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, जिनमें से दो को डिस्चार्ज किया जा चुका है और एक की स्थिति बेहतर है। अगर टीकाकरण के बाद किसी को अस्पताल में भर्ती करना पड़े तो उसे सीरियस एएफ़आई में दर्ज किया जाता है। वैक्सीन के साइड इफेक्ट के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया कि ज्यादातर मामलों में लोगों को हल्का सिरदर्द, बुखार और जी मचलाने जैसी समस्याएं आ रही है।
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि कोविड-19 के खिलाफ राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान की शनिवार को शुरूआत होने के बाद से कुल 2,24,301 लाभार्थियों को टीका लगाया गया है। यह किसी भी देश में पहले दिन वैक्सीन दिए जाने का सबसे बड़ा आंकड़ा है। भारत इस मामले में अमेरिका, ब्रिटेन और फ़्रांस से आगे रहा। “दूसरे दिन वैक्सीन छह राज्यों में दी गई। आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, कर्नाटक, केरल, मणिपुर और तमिलनाडु में कुल 553 सत्र आयोजित किए गए। रविवार को क़रीब 17 हज़ार लोगों को टीका दिया गया है।”
कोरोना टीकाकरण की शुरूआत के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि मैं ये बात फिर याद दिलाना चाहता हूं कि कोरोना वैक्सीन की 2 डोज लगनी बहुत जरूरी है। पहली और दूसरी डोज के बीच, लगभग एक महीने का अंतराल भी रखा जाएगा। दूसरी डोज़ लगने के 2 हफ्ते बाद ही आपके शरीर में कोरोना के विरुद्ध ज़रूरी शक्ति विकसित हो पाएगी। इतिहास में इस प्रकार का और इतने बड़े स्तर का टीकाकरण अभियान पहले कभी नहीं चलाया गया है। दुनिया के 100 से भी ज्यादा ऐसे देश हैं जिनकी जनसंख्या 3 करोड़ से कम है। और भारत वैक्सीनेशन के अपने पहले चरण में ही 3 करोड़ लोगों का टीकाकरण कर रहा है। दूसरे चरण में हमें इसको 30 करोड़ की संख्या तक ले जाना है। जो बुजुर्ग हैं, जो गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं, उन्हें इस चरण में टीका लगेगा। आप कल्पना कर सकते हैं, 30 करोड़ की आबादी से ऊपर के दुनिया के सिर्फ तीन ही देश हैं- खुद भारत, चीन और अमेरिका।