दिल्ली में श्रद्धा वालकर की हत्या करने और शव के 35 टुकड़े करने के मामले में जैसे-जैसे पुलिस की जांच आगे बढ़ रही है, उससे जुड़े नए-नए तथ्य सामने आ रहे हैं। जिसमे उसके पिता का भी नाम शामिल किया गया है। श्रद्धा वालकर हत्याकांड के आरोपित आफताब पूनावाला को 28 नवम्बर 2022 यानी सोमवार को रोहिणी स्थित एफएसल में दोबारा पॉलीग्राफ टेस्ट किया जायेगा। इससे पहले शुक्रवार को उसका आखिरी बार टेस्ट हुआ था, जिसमें उसे बुखार होने की वजह से टेस्ट प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी थी। ऐसे में सोमवार को पॉलीग्राफ टेस्ट की बची हुई प्रक्रिया को पूरी की जाएगी।
रोहिणी एफएसएल के अतिरिक्त निदेशक डा. संजीव गुप्ता के मुताबिक पॉलीग्राफ टेस्ट के अंतिम सत्र में सोमवार को आफताब का टेस्ट होगा। इसके बाद नार्को टेस्ट भी किया जाएगा। बताया जा रहा है कि आफताब को पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए ले जाया जा रहा है, कुछ ही समय में उनका टेस्ट शुरू कर दिया जायेगा। इस टेस्ट में एफएसएल टीम सुबह से ही तैयार में लगी हुई है। पॉलीग्राफ टेस्ट के बाद बचे समय में उसका नार्को टेस्ट प्रारंभ हो जाए, इसके लिए बाबा साहब अंबेडकर अस्पताल में शनिवार से ही तैयारियां शुरू कर दी गई थीं। बीते शनिवार, 26 नवम्बर 2022 को इसका पूर्वाभ्यास भी किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि चूंकि पॉलीग्राफ टेस्ट नार्को टेस्ट का पूर्व चरण होता है। ऐसे में नार्को टेस्ट की भी ज्यादातर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। सोमवार को नार्को का पहला चरण पूरा हो सकता है और बाकी को मंगलवार को भी इसे पूरा किया जा सकता है।
नार्को टेस्ट की सम्भावना
आज आफताब पूनावाला का बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल में नार्को टेस्ट की संभावना जताई जा रही है। दोनों ही टेस्ट के लिए फोरेंसिक विशेषज्ञों व अंबेडकर अस्पताल के विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। बताया जाता है कि अब तक हुए पॉलीग्राफ टेस्ट के निष्कर्षों के आधार पर करीब 75 प्रश्न तैयार किए गए हैं। जिसके माध्यम से आफताब से हत्या की पूर्व योजना और बाद की योजना का पूरा सच उगलवा लिया जायेगा।
पहले भी हुआ पॉलीग्राफ टेस्ट
अधिकारियों के अनुसार, अब तक के पॉलीग्राफ टेस्ट में उसने फ्लैट में बिस्तर पर ही श्रद्धा की हत्या करने के बाद सिगरेट पीने की बात कबूली है। उसने शव के टुकड़े कर फ्रिज में रखने की बात भी कही है। उसने कमरे में रक्त के निशान को मिटाने के लिए इंटरनेट से केमिकल के बारे में जानकारी हासिल करने की बात भी बताई है। उसने यह भी बताया कि उसने शव के टुकड़े करने के लिए इंटरनेट पर मानव शरीर विज्ञान के बारे में काफी कुछ सर्च किया था। उसने सबूतों को मिटाने के बाद परिस्थितियां कैसे उसके अनुकूल रहे, इसके लिए दृश्यम फिल्म भी देखी थी।
दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक उन्हें यह भी शक है कि 5 जून को जब आफताब पैकर्स एन्ड मूवर्स एजेंसी के जरिए अपना सामान वसई से दिल्ली शिफ्ट कर रहा था, उस वक़्त क्या अपने पिता और परिवार से मिलने उनके घर पर गया था। क्या उसके पिता ने सामान शिफ्ट करने में मदद की थी, इसकी छानबीन की जा रही है।