मुसीबतें कांग्रेस का पीछा नहीं छोड़ रही है। पार्टी ने बड़ी मुश्किलों से राजस्थान का संकट टाला ही था कि अब मणिपुर में भी कांग्रेस के छह विधायकों ने इस्तीफ़ा दे दिया है ।यह राज्य में पार्टी के लिए बड़ा झटका है। इस्तीफा देने वाले विधायक उन आठ विधायकों में शामिल हैं, जो हाल ही में पार्टी व्हिप का उल्लंघन करते हुए विधानसभा सत्र में उपस्थित नहीं हुए थे।
इन छह विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। माना जा रहा है कि ये जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं। हेनरी सिंह के अलावा ओइनम लुखोई,मोहम्मद अब्दुल नासीर,पोनम ब्रोजन, नगमथांग होकिप और गिनसुआनहु हैं। इन विधायकों ने ओ इबोबी सिंह के नेतृत्व में विश्वास की कमी का हवाला देते हुए कहा कि उनकी वजह से कांग्रेस राज्य में तब भी सरकार बनाने में विफल रही जब वह राज्य में अकेली सबसे बड़ी पार्टी थी।
विधानसभा अध्यक्ष युमनम खेमचंद सिंह ने विधानसभा सत्र के बाद सोमवार 10 अगस्त की रात में उन्हें बुलाया था और उनके इस्तीफे पत्र की जांच की। उन्होंने बताया कि अध्यक्ष ने अब तक उनके इस्तीफे स्वीकार नहीं किए हैं। हेनरी सिंह ने कहा कि वे पार्टी की सदस्यता से शाम को इस्तीफा देंगे।भले ही विश्वास मत में सरकार की जीत पहले से ही निश्चित थी, लेकिन बेहद जरूरी सत्र में कांग्रेस के आठ विधायकों की गैरमौजूदगी ने मुख्यमंत्री इन बीरेन के राजनीतिक दांव को दर्शाया है। 60 सदस्यों वाली विधानसभा में अध्यक्ष समेत मौजूदा विधायकों की संख्या 53 है। अध्यक्ष बराबर मत होने पर अपने मत का इस्तेमाल कर सकते थे। इससे पहले विधानसभा के चार सदस्य अयोग्य ठहराए गए थे और भाजपा के तीन सदस्यों ने कुछ समय पहले इस्तीफा दे दिया था। सत्तारूढ़ गठबंधन के पास अध्यक्ष समेत 29 विधायक जबकि कांग्रेस के पास 24 विधायक थे। इनमें से कांग्रेस के आठ विधायक सत्र में शामिल नहीं हुए।