मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और वर्तमान मुख्यमंत्री कमलनाथ के बीच अक्सर ट्वीटर वार चलता ही रहता है। पिछले महीने ही शिवराज सिंह ने कालनाथ को प्रदेश में बिंगडती कानून व्यवस्था पर घेरा था। तब शिवराज सिंह पर पलटवार करते हुए सीएम कमलनाथ ने ट्वीट किया था …
शिवराज जी, यह वही मध्यप्रदेश है जो आपने मुझे बर्बादी की कगार पर लाकर सौंपा था।
कानून व्यवस्था की बदतर स्थिति में, अपराधों में, दुष्कर्म में, बेरोजगारी में, कुपोषण में, युवाओं की बेरोज़गारी में नंबर वन बनाकर छोड़ा था।
तब कमलनाथ ने कहा, मात्र 8 माह में ही, मैं आपके द्वारा सौंपी इस बदहाल व्यवस्था को दुरुस्त करने में पूरी तत्परता से लगा हूं। आपकी सरकार के समय लगे दागों को धोने में लगा हूं। आप विश्वास रखें, अगले 5 वर्ष में ऐसा मध्यप्रदेश बनाऊंगा कि आपको,
अपने 13 वर्ष के कार्यकाल पर शर्म आयेगी”।
इसके बाद अब दोनों में एक बार फिर ट्वीटर वार शुरु हो गया है। इस बार
मध्य प्रदेश में रेत उत्खनन को लेकर अधिकारियों से लेकर मंत्रियों के बीच मचे घमासान के बाद पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान व वर्तमान सीएम कमलनाथ के बीच टि्वटर वॉर हुआ है।
पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के दो वर्ष पुराने ट्वीट को रीट्वीट करते हुए एक शायरी लिखी है। ये शायरी कमलनाथ की दो वर्ष पुरानी शायरी का ही जवाब है। गौरतलब यह है कि शनिवार को जब मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इंदौर मेट्रो प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया, उसके बाद ही प्रदेश के पूर्व सीएम ने यह ट्विटर हैंडल से लिखा है है। शिवराज सिंह चौहान ने रीट्वीट में लिखा है-
वो लूट रहे है मेरे अपनों को,
मैं चैन से कैसे बैठ जाऊं,
वो नोंच रहे हैं मेरा प्रदेश,
ख़ामोश मैं कैसे हो जाऊं
इससे पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 1 सितंबर 2017 को विधानसभा चुनाव से पहले मचे सियासी घमासान के बीच तब के सीएम शिवराज सिंह चौहान पर तंज कसते हुए ट्विटर हैंडल से लिखा है था। कमलनाथ ने अपने ट्वीट में लिखा था-
वो लूट रहे है सपनों को,
मैं चैन से कैसे बैठ जाऊं,
वो बेच रहे हैं मध्यप्रदेश,
चुपचाप मैं कैसे हो जाऊं
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश कांग्रेस पार्टी की कमान कमलनाथ के हाथों में आई थी। विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी ने कमलनाथ के नेतृत्व में जमकर शिवराज सरकार को घेरा था। नतीजा विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा सत्ता से बाहर हो गई।
चुनाव के बाद शिवराज सिंह चौहान के केन्द्र में सक्रिय होने की अटकलें थीं, लेकिन वो मध्य प्रदेश में रहकर कमलनाथ सरकार पर विपक्ष के नाते निशाना साध रहे हैं। इसी कड़ी में अब उन्होंने निशाना बनाने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ की उसी शायरी को हथियार बना लिया है, जिसके ज़रिए उन्होंने शिवराज पर निशाना साधा था।