कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा कि राष्ट्र ने हाल के वर्षों में अपने बुनियादी ढांचे में वृद्धि की है। ऐसे में मैं केंद्र और राज्य सरकारों को साथ काम करने के लिए बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि संकट के समय देश एकजुट होकर खड़ा रहा।
शर्मा ने कहा कि इस साल की पहली तिमाही सबसे खराब रही क्योंकि जीडीपी पर प्रतिकूल असर पड़ा। हालांकि हमने दूसरी तिमाही में वापसी की और हमें उम्मीद है कि शेष दो तिमाहियों में भी रिकवरी का संतुलन बना रहेगा।
कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत ने अपने बुनियादी ढांचे में वृद्धि की है और मैं इसके लिए केंद्र और राज्य सरकारों को बधाई देता हूं। क्योंकि उन्होंने इसके लिए साथ मिलकर काम किया है। इस संकट की घड़ी में देश एकजुट होकर खड़ा हुआ।
याद रहे कि इससे पहले शर्मा उस समय चर्चा में आए थे जब उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के कोविड-19 का टीका विकसित कर रही कंपनियों का दौरा करने को लेकर ट्वीट किया था। जिसे प्रधानमंत्री की सराहना के तौर पर देखा जा रहा था। हालांकि बाद में उन्होंने खेद व्यक्त कर मामले से पल्ला झाड़ लिया था।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा वैसे तो हिमाचल प्रदेश से आते हैं , लेकिन हिमाचल प्रदेश में उनको कभी भी जमीनी नेता नहीं कहा गया। इसके पीछे एक कारण यह भी था कि वह गांधी परिवार के रहमों करम पर ही राजनीति करते रहे । हिमाचल प्रदेश के कांग्रेस नेता उन्हें कभी भी अपने प्रदेश में अहमियत नहीं देते दिखे।
पिछले साल आनंद शर्मा उस समय चर्चा में आए थे जब 23 असंतुष्ट नेताओं में उनका नाम आया था । यह 23 असंतुष्ट कांग्रेस के वही नेता है जिन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा था। जिसमें उन्होंने कांग्रेस के अंदर संगठन के पूर्ण रूप से ढांचे में बदलाव की मांग की थी।
इसके बाद सोनिया गांधी ने आनंद शर्मा सहित सभी सदस्यों से मीटिंग की थी । तब कहा जा रहा था कि सभी असंतुष्ट संतुष्ट हो चुके हैं। ऐसा नहीं है पिछले दिनों कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में आनंद शर्मा के सुर एक बार फिर बगावती होते दिखे। जब उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को निशाने पर ले लिया था।
दरअसल, आनंद शर्मा कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव तथा सीडब्ल्यूसी मेंबर के चुनाव की जल्द ही तैयारी की बात कर रहे थे। जबकि दूसरी तरफ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत चुनाव को टालने की बात कह रहे थे । इसी बात को लेकर दोनों में गर्मा गर्मी हुई।
फिलहाल आनंद शर्मा एक बार फिर अपने बदलते सुर के लिए चर्चा में है। इस शर्मा के इन बदलते सुर के संकेत क्या है यह तो भविष्य ही बताएगा। लेकिन उनके बार-बार के केंद्र सरकार के पक्ष में आ रहे बयानों से फिलहाल कांग्रेस की राजनीति में चर्चाओं का दौर जारी है।