देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर इस कदर बढ़ती जा रही है कि कई शहरों और राज्यों में नाइट कर्फ्यू लग चुका है। कई जगहों पर संपूर्ण लाॅकडन तक कर दिया गया है। हालात दिन प्रतिदिन बद से बदतर होते जा रहे हैं, लेकिन सरकार और अन्य जिम्मेदार राजनीतिक पार्टियां भी चुनावी रैलियों में जमकर कोरोना गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ा रही हैं। धार्मिक आयोजनों में कोरोना फैल रहा है बावजूद इसके शासन.प्रशासन मौन बना हुआ है। इस सबके बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बढ़ते कोरोना संक्रमण मामलों को लेकर दी गई प्रतिक्रिया को लेकर सोशल मीडिया पर खूब ट्रोल हो रहे हैं।सोशल मीडिया पर ‘हैशटैग रिजाइन मोदी हैशटैग सुपर इस्प्रेडर मोदी’ खूब चल रहा है। #ResignModi और #SuperSpreaderModi टैग पिछले दो दिनों में ट्विटर पर ट्रेंड हुए हैं, ऐसा इसलिए कि अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन और कोरोनो परीक्षणों की कमी है। पांच राज्यों में चुनावी रैलियों में हजारों लोगों को संबोधित करने के अपने फैसलेपर अडिग रहे।
भारत में इस समय दूसरे देशों की तुलना में कोरोनो के अधिक नए मामले दर्ज हो रहे हैं , जबकि मौतें लगभग 1 लाख 79 हजार तक बढ़ गई हैं।सोशल मीडिया पर लोग आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री मोदी देश से कोरोना की गाइडलाइंस का पालन करने की अपील तो कर रहे हैं लेकिन खुद प्रधानमंत्री न सिर्फ चुनावी रैलियों के चलते बल्कि कुंभ में उमड़ी भीड़ को लेकर भितरोल हो रहे हैं। लोग निंदा कर रहे हैं कि केंद्र और राज्य सरकार ने कुंभ में कोरोना रोकने में असफल रही।
कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्विटर पर पोस्ट करते हुए कहा, ” कोरोना की स्थिति के मद्देनजर, मैं पश्चिम बंगाल में अपनी सभी सार्वजनिक रैलियों को निलंबित कर रहा हूं। हालांकि, भाजपा ने कम से कम 14 दिनों के लिए अपने उम्मीदवारों के “संवैधानिक अधिकार” पर जोर दिया है।
इस बीच, बंगाल मेंकोरोना मामलों ने अप्रैल की शुरुआत से चौगुना कर दिया है, और कम से कम तीन चुनावी प्रतियोगियों की मृत्यु हो गई है।