दुनियाभर में मांसाहार के सेवन को लेकर बात होती रहती है। पशु प्रेमियों द्वारा मांसाहार खाने की आलोचना भी की जाती है। इस बीच पशुओं के साथ नैतिक व्यवहार की पक्षधर और एक पशु-अधिकार संस्था पेटा ने कहा है कि मांस खाने वाले पुरुष ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के जिम्मेदार हैं। इसलिए पेटा ने अपील की है कि महिलाएं मांस खाने वाले पुरुषों के साथ सेक्स न करें। महिलाएं सेक्स स्ट्राइक करें। जर्मनी में कई लोगों द्वारा पेटा की इस अपील के बाद विरोध शुरू हो गया है।
पेटा की जर्मन शाखा द्वारा प्लॉस वन पत्रिका में पिछले साल प्रकाशित एक अध्ययन के आधार पर पुरुष महिलाओं की तुलना में अधिक मांस खाते हैं। पुरुष महिलाओं की तुलना में 41 प्रतिशत अधिक प्रदूषण करते हैं। पेटा ने धरती को तापमान बढ़ने से बचाने के लिए मीट पर 41 फीसदी टैक्स लगाने की भी मांग की है।
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पेटा की अपील का जर्मनी के कुछ राजनेताओं ने विरोध किया है। फ्लोरियन हैन ने कहा है कि ‘सेक्स स्ट्राइक’ बेवकूफी है और मांस खाने वालों के खिलाफ सेक्स स्ट्राइक के बजाय विभाजनकारी विचारधाराओं पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। यहां तक कि जर्मनी में बड़े पैमाने पर मांस बेचने वालों ने भी कहा है कि यह तरीका गलत है। 36 साल की जेसिका स्टाल जर्मनी की एकमीट मार्केटर हैं। उन्होंने कहा, ‘इस फैसले के बाद मैं स्तब्ध हूं। मेरी मीट की दुकान है। पुरुषों से ज्यादा महिलाएं मेरी दुकान पर आती हैं। खास बात यह है कि अगर मैं अपने पति को सेक्स करने से मना करती हूं तो मुझे कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।