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साल 2022 अलविदा कह चुका है और 2023 नई संभावनाओं, खुशियों, उम्मीदों के साथ जीवन में दस्तक दे चुका है। इस तेजी के साथ गुजरे साल में दुनिया में खासी उथल-पुथल देखने को मिली। पूरा साल कोरोना महामारी की वजह से बेहद संवेदनशील रहा। इस दौरान ऐसी कई बड़ी घटनाएं घटी जिनका प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष असर पूरी दुनिया पर पड़ा। बीते साल की शुरुआत में ही रूस-यूक्रेन युद्ध हो फिर चाहे वह ईरान में चल रहे हिजाब विरोध-प्रदर्शन हो, या फिर श्रीलंका का आर्थिक संकट। देशों में सत्ता परिवर्तन हो या राष्ट्रों के आपसी टकराव। इन सबने दुनिया के हर कोने को प्रभावित किया। आर्थिक मोर्चे की बात करें तो मंदी के दौर से गुजरती दुनिया के तमाम छोटे मुल्कों को कोरोना के चलते भारी नुकसान झेलना पड़ा

रूस-यूक्रेन युद्ध

साल 2022 की शुरुआत में रूस-यूक्रेन के बीच हुई जंग ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया। 24 फरवरी को रूस ने यूक्रेन पर हमला बोल दिया था। रूस द्वारा किए गए इन हमलों में यूक्रेन के कई शहर बुरी तरह से खत्म हो गए। रूस-यूक्रेन युद्ध में भारत का रुख साफ रहा है। जितनी बार भी संयुक्त राष्ट्र संघ में रूस की आलोचना करने वाला प्रस्ताव आया है भारत इससे बचता नजर आया है। युद्ध से हो रही क्षति अभी भी जारी है। दरअसल रूस नहीं चाहता था कि यूक्रेन नाटो का सदस्य बने लेकिन यूक्रेन मानने को तैयार नहीं था।

पाकिस्तान में सत्ता परिवर्तन

बीता साल पाकिस्तान की राजनीति में जबरदस्त उथल-पुथल भरा रहा। इमरान खान सरकार के खिलाफ विपक्षी पार्टियों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव देना, उसे स्पीकर द्वारा खारिज किया जाना। उसके बाद इमरान खान का इस्तीफा दे देना, दुबारा चुनाव में जाने की घोषणा होना। फिर उच्चतम न्यायालय द्वारा स्पीकर के अविश्वास प्रस्ताव खारिज करने को अवैध बताना और दुबारा से अविश्वास प्रस्ताव करवाना, फिर नए प्रधानमंत्री का चुनाव होना इन तमाम घटनाओं के कारण पाकिस्तान की राजनीति में यह साल काफी महत्वपूर्ण रहा।

श्रीलंका में आर्थिक संकट

साल 2022 में श्रीलंका आर्थिक संकट के बेहद ही भीषण दौर से गुजरा। जून में तत्कालीन प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने संसद में कहा कि अर्थव्यवस्था चरमरा चुकी है, जिससे देश आवश्यक वस्तुओं का भुगतान करने में सक्षम नहीं रहा है। इसके बाद श्रीलंका में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। लोग सड़कों पर आ गए, आम जनता से लेकर उद्योगपतियों द्वारा हिंसा के साथ-साथ आगजनी और लूट की घटनाओं को अंजाम दिया गया।

अमेरिका में गर्भपात पर प्रतिबंध

जून 2022 में अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने ‘रो बनाम वेड’, 1973 के फैसले को पलट दिया, जिसने गर्भपात का संवैधानिक अधिकार प्रदान किया था। ‘रो बनाम वेड’ के ऐतिहासिक निर्णय से पहले अमेरिका के 30 राज्यों में गर्भपात अवैध था, जबकि 20 राज्यों में यह खास परिस्थितियों में कानूनी तौर पर वैध था। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद न केवल अमेरिका में बल्कि पूरी दुनिया में प्रो-लाइफ बनाम प्रो-च्वॉइस की बहस छिड़ गई। भारी विरोध प्रदर्शनों के बावजूद अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने अपने 50 साल पुराने फैसले को पलटते हुए गर्भपात के संवैधानिक अधिकार को खत्म कर दिया।

ईरान में हिजाब विरोधी प्रदर्शन

साल भर ईरान का हिजाब विरोधी आंदोलन सुर्खियों में बना रहा। 22 साल की महसा अमीनी के हिजाब नहीं पहनने पर उन्हें मॉरल पुलिस ने इतना प्रताड़ित किया कि उनकी मौत हो गई। इस घटना के बाद ईरान में हिजाब विरोधी आंदोलन की आग भड़क गई और देश भर में महिलाओं ने विरोध जाहिर करने के लिए बाल काटे और हिजाब को आग के हवाले कर दिया। ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता खामनेई से इस्तीफे की मांग होने लगी। विरोध की आग 140 शहरों-कस्बों तक फैली। इस दौरान कई लोगों को हिरासत में लिया गया।

एलन मस्क का हुआ ट्विटर

कई बार हां और न के बाद आखिरकार साल 2022 में माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर को एलन मस्क ने खरीद लिया। एलन मस्क ने यह डील 44 बिलियन डॉलर में पूरी की।

दुनिया की आबादी हुई 8 अरब

संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के मुताबिक 15 नवंबर 2022 के दिन दुनिया की आबादी 8 अरब हो गई। उस दिन जारी अपने बयान में यूएन ने कहा, ‘धरती की आबादी में इस अभूतपूर्व वृद्धि की मुख्य वजह है। इंसानों की आयु पहले के मुकाबले बढ़ना। इंसानों की उम्र अब बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं, खान-पान, व्यक्तिगत साफ-सफाई और दवाओं की वजह से पहले के मुकाबले बढ़ी है।’

ब्रिटेन में 2 महीने के भीतर 3 पीएम

तमाम सियासी उठा-पटक के बाद ब्रिटेन में भारतवंशी ऋषि सुनक ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद की कमान संभाली। इससे पहले ऋषि, लिस ट्रस से चुनावों में हार गए थे और ट्रेस ब्रिटेन की पीएम पद पर आसीन हुईं। लेकिन जनता के भारी विरोध और किए गए वायदे न निभा पाने की स्थिति में उन्होंने एक आश्चर्यजनक फैसला लेते हुए पीएम पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद भारतवंशी ऋषि सुनक ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बन गए।

इंडोनेशिया में शादी से पहले सेक्स पर प्रतिबंध

दुनिया में सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाले देश इंडोनेशिया ने साल 2022 में अपनी दंड संहिता में बहु-प्रतीक्षित एवं विवादास्पद संशोधन को पारित किया, जिसके तहत विवाहेतर यौन संबंध दंडनीय अपराध है जो देश के नागरिकों तथा विदेशियों पर समान रूप से लागू होता है। इस कानून के तहत अब शादी से पहले सेक्स करना अपराध माना जाएगा।

न्यूजीलैंड में सिगरेट के अंत की शुरुआत

न्यूजीलैंड की संसद ने साल 2022 के अंतिम महीने दिसंबर में तम्बाकू-सिगरेट को बैन करने वाला कानून पास कर दिया। जिसके बाद न्यूजीलैंड में 2008 के बाद पैदा हुए लोग अब कभी भी सिगरेट नहीं खरीद पाएंगे और न ही धूम्रपान कर पाएंगे।

साल 2022 में फिर लौटा कोरोना

दुनिया भर में चीन के वुहान शहर से फैले कोविड-19 वायरस ने वर्ष 2019 से लेकर आज तक इस वायरस ने लोगों का जीना दूभर किया हुआ है। धीरे-धीरे इसके खत्म होने की उम्मीद की जाने लगी थी। लेकिन साल 2022 में कोरोना फिर लौट आया है।

बांग्लादेश में आर्थिक संकट

बांग्लादेश में नया साल आने से पहले ही हालात खराब हैं। प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर हजारों लोग विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं। अर्थव्यवस्था लगातार बिगड़ती जा रही है। विपक्षी दल भी सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रहा है। विपक्ष द्वारा सत्तारूढ़ अवामी लीग सरकार के इस्तीफे और संसद को भंग करने की मांग की जा रही है।

साल 2022 में आठ करोड़ लोगों का विस्थापन

साल 2022 में दुनिया भर में शरणार्थियों और विस्थापितों की संख्या दस करोड़ हो गई है। इन लोगों को अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। यूएन एजेंसी की वार्षिक ‘ग्लोबल ट्रेंड्स’ रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2021 के अन्त तक, युद्ध, हिंसा, उत्पीड़न, और मानवाधिकार हनन के कारण विस्थापितों की संख्या आठ करोड़ 93 लाख आंकी गई जो साल 2022 में दस करोड़ तक पहुंच गया है।

चीन-भारत तनाव की स्थिति

साल 2022 में भारत-चीन के संबंध सबसे बुरे दौर में पहुंच गए हैं। इस साल अरुणाचल प्रदेश के तवांग में चीन की सैनिकों ने जो उकसावे वाली कार्रवाई की है, उस पर भारत में संसद से सड़क तक चर्चा हुई। वहीं अंतरराष्ट्रीय नजरिए से भी यह मुद्दा बहुत चर्चा में रहा।

जी-20 सम्मेलन

वर्ष 1999 में एशियाई वित्तीय संकट के प्रभावों को देखते हुए जी-20 का गठन हुआ था। साल 2022 में जब दुनिया आर्थिक, भू-राजनीतिक झंझावातों से घिरी हुई है तो उसका समाधान तलाशने के लिए एक बार फिर जी-20 का सम्मेलन इंडोनेशिया के बाली में किया गया। इस सम्मेलन की एक खास बात जिस पर ध्यान जाना चाहिए वह यह है कि अब जी-20 के विकसित देशों ने ग्लोबल इकोनॉमी की गाड़ी को पटरी पर लाने के लिए भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका जैसे इमर्जिंग मार्केट इकोनॉमी की भूमिका और क्षमता को मान्यता देना शुरू किया है।

मानव ख़ून में मिले ‘माइक्रोप्लास्टिक’

मार्च 2022 में मशहूर जर्नल ‘एनवायरनमेंट इंटरनेशनल’ में दावा किया गया कि एक शोध में जांच के लिए जितने लोगों के खून के नमूने लिए गए उनमें से 80 फीसदी नमूनों में माइक्रोप्लास्टिक्स पाए गए। मानव शरीर में इनके होने से क्या असर पड़ता है, इसे लेकर फिलहाल कुछ कहा नहीं जा सकता, लेकिन इस पर शोध करने वाले वैज्ञानिकों की आशंका है कि ये हमारे शरीर के सेल्स के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं।

‘वरदान’ बनी मलेरिया वैक्सीन

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने सितंबर में दावा वैज्ञानिकों ने मलेरिया की ऐसी वैक्सीन विकसित कर ली है, जिससे दुनिया बदल सकती है। उम्मीद की जा रही है यह वैक्सीन साल 2023 तक सबके लिए उपलब्ध हो सकती है। मलेरिया की वजह से पूरी दुनिया में हर साल चार लाख लोगों की मौत हो जाती है। यह वैक्सीन शुरुआती ट्रायल में 80 फीसदी तक असरदार साबित हुई है। मलेरिया को पूरी दुनिया में शिशु मृत्युदर में बढ़ोतरी की बड़ी वजह माना जाता है। लेकिन इसके लिए वैक्सीन बनाना बेहद चुनौती भरा साबित हो रहा था, क्योंकि मलेरिया के लिए जिम्मेदार वायरस बेहद जटिल प्रवृति वाला होता है।

सबसे बड़ा बैक्टीरिया

बीते साल 2022 जून में वैज्ञानिकों ने दुनिया का सबसे बड़ा बैक्टीरिया खोजने की जानकारी दी। सबसे दिलचस्प बात यह है कि इसे देखने के लिए आपको किसी माइक्रोस्कोप की जरूरत नहीं है। बैक्टीरिया को नाम दिया गया ‘थियोमार्गेरिटा मैग्निफिसिया’। ये हमारी आंखों की पलक के एक बाल जितना बड़ा है। इसकी लंबाई करीब एक सेंटीमीटर है, यानी अब तक पाए गए बड़े से बड़े बैक्टीरिया से 50 गुना ज्यादा बड़ा।

पुष्प कमल दहाल प्रचंड बने नेपाल के पीएम

साल 2022 में माओवादी नेता पुष्प कमल दहाल ‘प्रचंड’ को 25 दिसंबर को नेपाल का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया। उन्होंने लगातार राजशाही और बहु दलीय पार्टी व्यवस्था के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष का नेतृत्व किया। ऐसा करने के लिए तब की नेपाल सरकार ने उन्हें आतंकवादी तक घोषित कर दिया था। जिसके चलते 13 साल तक वह अंडरग्राउंड रहे और अब वह नेपाल के प्रधानमंत्री बन गए हैं।

दुनिया की पांचवीं अर्थव्यवस्था बना भारत

साल 2022 में ब्रिटेन को पछाड़कर भारत दुनिया की 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था बना। पीएम मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कह चुके हैं कि यह असाधारण उपलब्धि है।

दुनिया के लिए मिसाल बना स्कॉटलैंड

साल 2022 में स्कॉटलैंड दुनिया का पहला देश बना जहां पीरियड्स के प्रोडक्ट्स को मुफ्त कर दिया गया है।

स्पेन में ‘यस मीन्स यस, नो मीन्स नो’

स्पेन में साल 2022 ‘कंप्रीहेंसिव गारंटी ऑफ सेक्सुअल फ्रीडम लॉ’ नाम से एक कानून पारित किया गया। स्पेन में लागू किए गए कानून को ‘कंप्रिहेंसिव गारंटी ऑफ सेक्सुअल फ्रीडम लॉ’ या सेक्स की आजादी कानून कहा जा रहा है।

 

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