गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। ये चुनाव दो चरणों में एक और पांच दिसंबर को होंगे। इस घोषणा से सट्टे के बाजार में जोरदार हलचल मच गई है और सट्टेबाज भविष्यवाणी कर रहे हैं कि इस बार भी गुजरात की जनता बीजेपी के पक्ष में जाएगी। इसके कई कारण बताए जा रहे हैं। सट्टेबाजो के अनुमान के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में भी बीजेपी के फिर से सत्ता में आने के आसार हैं। वहां 12 नवंबर को वोटिंग होगी।
सट्टेबाजो के अनुमान के मुताबिक बीजेपी इस साल 182 में से 120 सीटें जीतेगी। ये सीटें दो दशक में सबसे ज्यादा हैं। दिलचस्प बात यह है कि उसी समय किए गए कुछ सर्वेक्षणों में भाजपा को 125-130 सीटें दिखाई दे रही हैं। अनुमान है कि भविष्य में 40 से 50 हजार करोड़ रुपये के अवैध लेन-देन होंगे।
गुजरात बचाने की चुनौती
वर्ष 2002 में मोदी ने पहली बार 182 में से 127 सीटें जीती थीं। 2017 में पटेल आरक्षण मांग आंदोलन के चलते बीजेपी को 99 सीटों पर समझौता करना पड़ा था। लेकिन जब से आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल अब भाजपा में शामिल हुए हैं, पटेल समुदाय भाजपा के साथ खड़ा होगा। वहीं, कांग्रेस नेता और गांधी परिवार के विश्वासपात्र अहमद पटेल के निधन से कांग्रेस एक समस्या का सामना कर रही है। अनुमान है कि कांग्रेस 15 से 30 सीटें जीत सकती है। आम आदमी पार्टी के पास राज्य में मजबूत नेतृत्व नहीं है, ऐसे में अनुमान है कि पार्टी 10 से 20 सीटें जीतेगी।