लोकसभा चुनावों में मिली हार के बाद से बिखरी कांग्रेस जहां एक ओर उठने की कोशिश कर रही है , वहीं उसके दिग्गज पार्टी का साथ छोड़ते जा रहे हैं। एक बार फिर से यूपी कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है । यूपी में पार्टी के बड़े चेहरे और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कांग्रेस की सदस्यता छोड़ दी है । इतना ही नहीं उन्होंने अपनी राज्यसभा सांसद की कुर्सी को भी छोड़ दिया है । संजय सिंह लंबे समय से पार्टी की नीतियों को लेकर नाराज चल रहे थे , लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही थी । ऐसे में आखिरकार दशकों पुराने कांग्रेस के साथ को उन्होंने छोड़ दिया है । हालांकि अभी संकेत मिल रहे हैं कि वह अब भाजपा में शामिल होंगे ।
गांधी परिवार के करीबी डॉ. संजय सिंह ने कांग्रेस और राज्यसभा सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया है । संजय सिंह अमेठी के राज परिवार से आते हैं । इस बार के लोकसभा चुनाव में संजय सिंह सुल्तानपुर संसदीय सीट से चुनावी मैदान में उतरे थे, लेकिन अपनी जमानत नहीं बचा सके । हालांकि उनकी पत्नी गरिमा सिंह अमेठी से भाजपा की विधायक हैं ।
संजय सिंह को कांग्रेस ने असम से राज्यसभा सांसद बनाया था। 1980 में जब नेहरू-गांधी परिवार के सदस्य ने अमेठी से चुनाव लड़ने का फैसला किया तो उन्होंने संजय गांधी को अपना समर्थन दिया। अमेठी का नेहरू-गांधी परिवार से गहरा नाता रहा है। अमेठी के पास वाली लोकसभा सीट रायबरेली से उस समय इंदिरा गांधी चुनाव लड़ती थी। बाद में वह संजय की जगह राजीव गांधी ने अमेठी से चुनाव लड़ा तो वह उनके दोस्त बन गए।
पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान भी उनकी नाराजगी सामने आई थी , लेकिन आम चुनाव के दौरान उन्होंने कोई बड़ा फैसला नहीं लिया था । लेकिन आज उन्होंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया । इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस के टिकट से राज्यसभा सांसद पद को भी छोड़ दिया है । बताया जा रहा है कि अब वह कल बुधवार को भारतीय जनता पार्टी का दामन थामेंगे । लेकिन अभी इस बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है ।