रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी को महाराष्ट्र पुलिस ने बुधवार को उनके मुंबई स्थित घर से गिरफ्तार किया। मुंबई पुलिस ने अर्नब गोस्वामी को एक इंटीरियर डिजाइनर की आत्महत्या से जुड़े दो साल पुराने मामले में गिरफ्तार किया है। इस गिरफ्तारी के बाद भाजपा नेताओं समेत कई मीडिया हाउस अर्नब की स्पोर्ट में आए। शिवराज सिंह चौहान, अमित शाह, निर्मला सीतारमण जैसे बड़े दिग्गज भाजपा नेताओं ने ट्वीट कर महाराष्ट्र सरकार की निंदा की। अर्नब पर अब महिला पुलिसकर्मी के साथ धक्का-मुक्की करने का भी केस दर्ज किया गया है। अर्नब के मुद्दें पर अब शिवसेना के सांसद संजय राउत ने भी अपनी बात रखी है।
If someone is arrested under Sec 306 (abetment to suicide) & 307 (attempt to murder) & BJP wants to protest over it, they may do it as everyone has that right in democracy. But, I can ensure that injustice won't be done to anyone: Sanjay Raut, Shiv Sena on Arnab Goswami's arrest pic.twitter.com/EOBItVls3p
— ANI (@ANI) November 5, 2020
राउत ने कहा कि ”यदि किसी को सेकंड 306 (आत्महत्या के लिए उकसाने) और 307 (हत्या का प्रयास) के तहत गिरफ्तार किया जाता है और भाजपा इस पर विरोध करना चाहती है, तो वे ऐसा कर सकते हैं क्योंकि लोकतंत्र में हर किसी का अधिकार है । लेकिन, मैं यह सुनिश्चित कर सकता हूं कि किसी के साथ अन्याय नहीं होगा।”
महाराष्ट्र में अर्नब की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली में भी लोग अर्नब के समर्थक में उतरने लगे हैं। भाजपा के दिल्ली से नेता तजिंदर सिंह बग्गा ने दिल्ली स्थित महाराष्ट्र सदन के बाहर ’आपातकाल 2.0’ के पोस्टर चिपकाए। इन पोस्टर्स में लिखा है “आपातकाल 2.0 में आपका हार्दिक स्वागत है।” ज्यादतर भाजपा नेता अर्नब की गिरफ्तार को इंदिरा गांधी के आपातकाल से जोड़ रहे है। बता दें आपातकाल के समय इंदिरा गांधी ने पत्रकारों पर अनेक अत्याचार किए और उन्हें जेल में डाला गया था।