दिल्ली । राजस्थान में कांग्रेस पार्टी के भीतर जिस तरह अंतर्कलह चल रही है उसके चलते उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया है, लेकिन मुख्यमंत्री की कुर्सी भविष्य में सही सलामत रह पाएगी, इसकी कोई गारंटी नहीं। राजस्थान में मौजूदा राजनीतिक संकट के बीच एक बड़ी खबर आ रही है। इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजय झा प्रवक्ता पद से पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।
पार्टी की ओर से कहा गया है कि ऐसा उनकी पार्टी विरोधी गतिविधियों और पार्टी अनुशासन तोड़ने के कारण किया गया है।महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष बाला साहब थोराट ने संजय झा के निलंबन को लेकर आदेश जारी किया। इस बीच राजस्थान में टोंक सीट से सचिन पायलट समर्थक 59 पदाधिकारियों ने कांग्रेस के आला अधिकारी को इस्तीफा भेज दिया है।
राजस्थान के समर्थकों ने ट्वीट में लिखा, पांच साल तक सचिन पायलट ने 2013-18 के बीच कांग्रेस पार्टी के लिए अपना खून, आंसू, परिश्रम और पसीना बहाया। कांग्रेस 21 सीटों से 100 सीटों पर पहुंचाई। संजय झा को जून में पार्टी की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करने पर पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पद से हटाया गया था। सजय झा ने एक लेख के माध्यम से पार्टी की कार्यशैली पर सवाल खड़े किये थे।