एक तरफ जहां पूरे देश में लॉकडाउन के कारण लोग घरों में कैद हो गए हैं वहीं दूसरी तरह कुछ ऐसे लोग भी है जिनको ऐसे हालात में खाना-पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में ऐसे लोगों की मदद के लिए कई सेलिब्रिटीज और उद्योगपति मदद के लिए आगे आए हैं। वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के तरफ से एक सराहनीय पहल की गई है। आरएसएस के साथ-साथ विश्व हिन्दू परिषद् भी बढ़-चढ़कर इसमें हिस्सा ले रहा है।
कोरोना के बारे में संघ के कार्यकर्ता लोगों को जागरूक कर रहे हैं और जरुरतमंदो को सेनेटाइजर, मास्क और जरूरत की दवाईयां उपलब्ध करा रहे हैं। दूसरी तरफ वीएचपी की ओर से गरीब लोगों के भोजन मिल सके इसके लिए सहायता केंद्र खोला गया। साथ ही एक बैंक में खाता भी खोला गया है जिसमें लोगों से अपनी इच्छा से पैसे दान करने की देने की अपील की गई है।
देश के अलग-अलग हिस्सों में संघ के स्वयं सेवक जरूरत की चीजें गरीब लोगों को मुहैया करा रहे हैं। उनकी ओर से भोजन से लेकर, सेनेटाइजर, मास्क, दवाईयां और अन्य राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा है। सबसे अच्छी बात यह है कि वह उन राज्यों की दुर्गम बस्तियों में भी जाकर मास्क और सेनेटाइजर दे रहे हैं और उनको स्वच्छ रहने की सलाह भी। इसके आलावा वह कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के उपायों के बारे में भी लोगों को अवगत करा रहे हैं। संघ ने अपने करीब 70 हजार शाखा और उनके जुड़े सहयोगियों को भी इसमें पूरी तरह से शामिल होने का आदेश दिया है। संघ ने अपने वालंटियर्स को इसे प्राथमिकता देने को कहा है।
इससे पहले भी संघ कई आपदाओं और महामारी में आगे बढ़कर मदद करता आया है। जब भी कोई प्राकृतिक आपदा आती है स्वयंसेवक हमेशा लोगों की मदद के लिए तैयार रहते है। इसी तरह इस बार भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने पिछले दिनों ही कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में सरकार और राज्य सरकारों के साथ जुटने का आह्वान किया था। उन्होंने सभी से लघु टीम बना कर समाज में मदद और स्वछता के लिए जागरूक करने के लिए कहा था। उनेक इस आह्वान के बाद से ही देश के अलग-अलग राज्यों में आरएसएस के स्वयंसेवक सेवा में लग गए हैं।
संघ के एक पदाधिकारी ने बताया, “लॉकडाउन की स्थिति में कमजोर, बेघरों और सड़क किनारे रह रहे लोगों को भोजन की परेशानी उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में मानवता का तकाजा है कि गरीब और जरुरतमंद को दैनिक जीवन की वस्तुओं के साथ उन्हें जरुरत की वस्तुएं उन तक पहुंचाई जाएं। इससे लॉकडाउन की स्थिति में खाने के अभाव में कोई भी भूखा नहीं रह पाए। वहीं जरुरमंद लोगों को सेनेटाइजर, मास्क, दवाईयां भी उनकी सुरक्षा के लिए वितरित की जा रही है।”
केंद्र सरकार की एडवाइजरी के बाद बेंगलुरु के चेन्ननहल्ली में 15 से 17 मार्च को होने वाली आरएसएस की बैठक को भी संघ ने रद्द कर दिया गया था। लेकिन इस बैठक में शामिल होने आए सभी पदाधिकारी को यह दिशानिर्देश भी दिए गए थे। महामारी बन चुके इस वायरस को खत्म करने के लिए जागरुकता अभियान चलाया जाएं। जितना संभव हो मदद की जाएं।
महामारी बन चुके इस वायरस से जंग में विश्व हिंदू परिषद् भी आगे आ गया है। इस संकट के समय में वीएचपी की ओर से सभी दिहाड़ी मजदूर, रिक्शा चालक, कुलियों व उनके परिवारों के लिए खाने की व्यवस्था की जा रही है। इसके क्रियान्वन के लिए ही यह सहायता केंद्र खोला गया है। वहीं इंद्रप्रस्थ विश्व हिंदू परिषद् ने सभी वर्गों से भी अपील की है कि इस स्थिति में सब मिलकर गरीब लोगों की की मदद के लिए आगे आए। इसके लिए उन्होंने खाता खोलकर लोगों से अपनी इच्छा से दान देने की गुजारिश की हैं।
जनता किचन/Janta Kitchen
विकट दौर में गरीबों की सहायता के लिए समाज का हर वर्ग अपनी तरह से मदद कर रहा है.गुरुग्राम में Janta Kitchen संचालित किया जा रहा है. सैकड़ों लोगों के लिए खाना बनाने के लिए एक रेस्टोरेंट ने अपना Kitchen खोल दिया है,कुछ आर्थिक मदद दे रहे हैं@AdvaitaKala pic.twitter.com/zd2t5DaWIt
— VSK BHARAT (@editorvskbharat) March 24, 2020
इंद्रप्रस्थ विश्व हिंदू परिषद् के प्रांत मंत्री वचन सिंह ने बताया कि हमारे पास अभी तक 20 हजार रुपए जमा हुए हैं। इसी में से हम जरूरतमंदों को 200 रुपए प्रतिदिन दे रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर लोगों से मदद नहीं भी मिली तो हम संगठन के माध्यम से लोगों को आर्थिक मदद पहुंचाएंगे।
विश्व हिंदू परिषद् कार्याध्यक्ष डॉ आलोक कुमार ने सबसे आग्रह करते हुए कहा, “कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण के चलते देश के लगभग सभी राज्यों में लॉकडाउन हो गया है। इसके चलते गरीब और जरुरतमंद लोगों को असाधारण दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए यह आवश्यक है उनकी सहायता के लिए समाज की सभी संस्थाएं आगे आए। पहली चिंता उनके भोजन की करनी है। इसलिए हमने विश्व हिंदू परिषद् सारे कार्यकर्ताओं को आह्वान भी किया है।”
साथ ही उन्होंने कहा कि उन्होंने इसके लिए सभी मंदिरों, गुरुद्वारे, जैन स्थानक, पंचायत समिति, बौध विहार, व्यापार मंडर और आरडबल्यूए संस्थाओं से भी मदद के लिए आग्रह किया है। हमने कहा कि वह भी इस संकट में गरीबों और उनके परिवार के लिए पौष्टिक भोजन की व्ययवस्था करें। इसकी के साथ वीएचपी की एक शाखा की ओर से गरीबों के भोजन के लिए जनता किचन भी शुरू किया गया है। यह जनता किचन यूपी के गुरुग्राम में संचालित किया जा रहा है। साथ ही यहां मौजूद गुरुग्राम के एक रेस्टोरेंट ने भी अपना किचन इस पहल में गरीबों के लिए खोल दिया है।