देश में मुंबई को महिलाओं के लिए सुरक्षित प्रदेश माना जाता है। लेकिन यहां पिछले कुछ वर्षों से महिलाओं के खिलाफ आपराधिक मामलों में वृद्धि देखने को मिल रही है। हाल ही में मुंबई से इंसानियत को शर्मशार करने वाली घटना सामने आई है। मानसिक स्तर से बीमार लड़की का तीन नाबालिग लड़कों ने बलात्कार किया है। इस घटना को अंजाम सार्वजनिक शौचालय में दिया गया है। जिसका वीडियो रिकॉर्ड कर आरोपियों ने सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया।
द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया की खबर के मुताबिक इस घटना के बाद मुंबई पुलिस ने तुरंत एक्शन लेकर आरोपियों को गिरफ्तार कर बाल सुधार ग्रह भेज दिया है । पुलिस के अनुसार लड़की का कहना है कि जब वह सार्वजनिक शौचालय में टायलेट के लिए गई थी तभी तीनों आरोपियों ने उसका यौन उत्पीड़न किया। इसके अलावा वीडियो के बारे में जब लड़की के भाई को पता चला तो उसने परिवार को इस घटना के बारे में सूचना दी। इस मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 376, 376 (जे) (एल), 323, 500, 34 और पॉक्सो की धारा 4 और IT एक्ट की धारा 66 (ई) 67 (बी) के तहत मामला दर्ज कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
मुंबई में महिला योन हिंसा का यह पहला मामला नहीं है इससे भी पहले ऐसी कई खबरे आती रही हैं। इस मामले से पहले महाराष्ट्र के ठाणे शहर में भी एक ऐसे ही वारदात को अंजाम दिया गया था। इस मामले में एक पड़ोसी द्वारा 17 साल की लड़की का एक महीने तक कथित तौर पर शारीरिक शोषण किया गया। इससे पहले नाबालिक लड़की अपने ही पिता द्वारा तीन महीने तक यौन उत्पीड़न का शिकार हुई।
गौरतलब है कि मुंबई जैसे शहर में महिलाओं के प्रति आपराधिक मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। हाल ही में जारी हुई एक रिपोर्ट के अनुसार 2022 में 6 हजार 133 महिलाओं के साथ आपराधिक मामले दर्ज किए गए । वहीं साल 2021 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 5497 मामले दर्ज किए गए थे। महानगर में बीते साल 2022 में 984 महिलाएं दुष्कर्म का शिकार हुईं हैं जिनमें से 614 नाबालिग और 370 बालिग थीं। साल 2021 में महानगर में 888 महिलाओं के खिलाफ दुष्कर्म की वारदातें सामने आईं थीं। इनमें से 524 नाबालिग थीं। इसके अलावा पिछले साल महिलाओं से छेड़छाड़ की 2347 वारदातें भी सामने आईं हैं।
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