भोपाल से भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर एक बार फिर से विवादों में हैं। इस बार वे अपने शब्दों के जाल में फंस गयी हैं। साध्वी प्रज्ञा ने शनिवार को मध्य प्रदेश के सीहोर में एक कार्यक्रम के दौरान कहा, क्षत्रिय को क्षत्रिय कह दो, बुरा नहीं लगता। ब्राह्मण को ब्राह्मण कह दो, बुरा नहीं लगता। वैश्य को वैश्य कह दो, बुरा नहीं लगता। लेकिन शूद्र को शूद्र कह दो तो बुरा लग जाता है। कारण क्या है? क्यों ये समझ नहीं पाते उनके इस विवादित बयान का वीडियो भी वायरल हो रहा हैं।
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर यही नहीं रुकी उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले पर प्रतिक्रिया देकर ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा, वह तिलमिला गई हैं क्योंकि उन्हें इसका अहसास हो गया है कि बंगाल में उनका शासन अब खत्म होने की ओर है। ये विधानसभा चुनाव बीजेपी ही जीतेगी। पश्चिम बंगाल में हिंदू राज्य होगा।
बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ने कहा, ममता बनर्जी तिलमिलाई हुई हैं। उन्हें ये बातें समझ आ गई हैं कि ये पाकिस्तान नहीं, भारत है। साथ ही भारत की रक्षा के लिए हिंदू तैयार हैं। पश्चिम बंगाल में बीजेपी और हिंदू का शासन आएगा। पश्चिम बंगाल अखंड भारत का हिस्सा है। ममता उसे अलग करने का प्रयास कर रही थी। देश भक्त ये कभी नहीं होने देंगे। बंगाल हिंदू राज्य बनेगा। हालांकि इस दौरान साध्वी प्रज्ञा ने ममता बनर्जी को अपशब्द कहते हुए पागल तक कह दिया।
हालांकि ये उन्होंने पहले भी कई बार विवादित बयान दिए हैं इससे पहले साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर विवादित बयान दिया था। उन्होंने महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता की जगह राष्ट्र पुत्र बताया था। वह भोपाल के रेलवे स्टेशन के एक कार्यक्रम में पत्रकारों के सवाल के जवाब में बोल रही थी गांधी जी राष्ट्र पुत्र हैं। गांधी जी इस धरा के सपूत हैं। राम इस धरा के पुत्र हैं। महाराणा प्रताप, शिवाजी महाराज इस धरा के पुत्र हैं। उन्होंने कहा था, देश के लिए जिसने सराहनीय कार्य किया है, निश्चित रूप से वो हमारे लिए आदरणीय हैं। हम उनके कदमों पर चलते हैं उनके इस बयान से राजनितिक भूकंप आ गया था, इस बयान पर उस समय पार्टी के अध्यक्ष रहे अमित शाह ने फटकार भी लगायी थी इस बयान से आहात होकर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कहा था कि वह इस बयान के लिए उन्हें कभी मन से माफ नहीं कर पाएंगे। और एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने उन्हें देखा भी नहीं था,
हालांकि, इससे पहले लोकसभा चुनाव के दौरान मध्य प्रदेश के आगर मालवा में प्रज्ञा ने महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था। जिस पर काफी बवाल हुया था। अब आगे यह देखना होगा कि क्या इस जातीय बयान पर भाजपा कोई कार्यवाही करती है या नहीं या सिर्फ पहले की तरह फटकार से काम चल जायेगा।