राजस्थान में चल रहे सियासी उठा पठक में सचिन पायलट साथ बागी विधायकों के सटीक ठिकाने के बारे में रहस्य बढ़ गया है। राजस्थान की एक विशेष टीम उनके ठिकाने का पता लगाने की पुरजोर कोशिश कर रही है। हालांकि, इन विधायकों के ठिकाने का अभी पता नहीं चला है। इससे पहले, विधायको कर्नाटक में होने की चर्चा थी, लेकिन सूत्रों के अनुसार, एक बागी विधायक ने स्पष्ट किया है कि वह भाजपा शासित कर्नाटक में नहीं हैं। सभी बागी विधायक कल शनिवार शाम तक कर्नाटक से रहने की उम्मीद थी।
खबरों के मुताबिक, एक बागी विधायक जो सचिन पायलट के समर्थक हैं, उन्होंने साफ कर दिया है कि वह मध्य प्रदेश के विधायकों की तरह कर्नाटक नहीं जाएंगे। यह भी बतया है कि हम अभी अपना स्थान नहीं कह सकते। इसलिए, भले ही कांग्रेस ने सचिन पायलट के खिलाफ कार्रवाई की हो, लेकिन ऐसा लगता है कि राजस्थान में राजनीतिक संकट अभी तक कम नहीं हुआ है।
विद्रोही विधायक शुक्रवार से लापता
सचिन पायलट और उनके 18 विधायक शुक्रवार यानी 17 जुलाई कि शाम से लापता हैं। राजस्थान की एक विशेष जांच टीम उसकी तलाश कर रही है। टीम विधायकों की तलाश में भाजपा शासित हरियाणा भी गई थी। हालांकि, टीम को खाली हाथ लौटना पड़ा। टीम को हरियाणा में एक भी विधायक नहीं मिला। टीम राजस्थान सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए एक साजिश के ऑडियो टेप की जांच कर रही है। इस मामले में विधायक भंवर लाल शर्मा की आवाज का नमूना लेने के लिए हरियाणा में टीम का गठन किया गया था।
बागी विधायक पर दिल्ली के आसपास का शक है
जब राजस्थान विशेष दस्ता हरियाणा के मानेसर होटल में गया, तो उन्हें शुरू में हरियाणा पुलिस ने कुछ समय के लिए रोक दिया, फिर रिहा कर दिया गया। उन्हें उस जगह कोई विधायक नहीं मिला। अभी बागी विधायक के दिल्ली में छिपे होने की संभावना है। राजस्थान की राजनीति मध्य प्रदेश की राजनीति के समान है। इससे पहले, ज्योतिरादित्य शिंदे ने अपने 22 विधायकों के साथ कांग्रेस के खिलाफ विद्रोह किया। परिणामस्वरूप, मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार गिर गई और एक बार फिर भाजपा सत्ता में आई।
सचिन पायलट के खिलाफ कांग्रेस द्वारा की गई कार्रवाई के खिलाफ पायलट ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। इस मामले की सुनवाई मंगलवार यानी 21 जुलाई को होनी है। तब तक कहा जा रहा है कि सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायक गुप्त स्थानों पर रह रहे हैं।