पश्चिम बंगाल में प्राइमरी स्कूल की एक किताब पर बवाल मच गया है। पश्चिम बंगाल के वर्धमान जिले में एक प्राइमरी स्कूल के टेक्स्ट बुक से बच्चों को ‘U’ फॉर Ugly पढ़ाया जा रहा है। और उसके सामने एक कु रूप व्यक्ति की का फोटो लगी हुई है। इस बात को लेकर बच्चों के अभिभावकों कड़ी आपत्ति जताई है। अभिभावकों का कहना है कि बच्चों के अल्फाबेट और वर्ड्स की बुक में U अक्षर की व्याख्या Ugly शब्द से की गई और एक अश्वेत इंसान की तस्वीर लगाई गई, जो कि गलत है।
बता दें कि U से Ugly का यह विवाद पश्चिम बंगाल के पूर्वी वर्धमान जिले से शुरू हुआ। जिले के एक सरकारी सहायता प्राप्त म्युनिसिपल गर्ल्स हाई स्कूल में एक किताब के जरिए प्री-प्राइमरी क्लास के बच्चों को अंग्रेजी अल्फाबेट और शब्दों की पढ़ाई कराई जा रही है। जिसे देख अभिभावकों ने कहा कि मेरी बेटी म्युनिसिपल गर्ल्स हाई स्कूल में पढ़ती है। यह गलत है कि उसे अश्वेत इंसानों को ugly पढ़ाया जा रहा है। इस किताब को वापस लिया जाना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो बच्चों के मन में अश्वेत इंसानों के प्रति हीन भावना आएगी।
West Bengal suspends two at Bardhaman school after book terms dark-skinned as 'ugly'
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— ANI Digital (@ani_digital) June 12, 2020
वहीं इस मामले में स्कूल प्राइमरी एजुकेशन के डिस्ट्रिक्ट इंस्पेक्टर ने कुछ भी बोलने से मना कर दिया है। हालांकि, उन्होंने कहा कि इस तरह की शिक्षा देना गलत है। उन्होंने यह भी बताया कि यह किताब सरकार की ओर से जारी नहीं की गई है। मैं स्कूल से बात करूंगा और जरूरत पड़ेगी तो किताब को बदला जाएगा। उन्होंने कहा कि अश्वेतों को बदसूरत कहना बच्चों को गलत शिक्षा देना है।
दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल सरकार ने पूर्वी वर्धमान जिले की दो शिक्षिकाओं को निलंबित कर दिया गया है। उन्हें प्री-प्राइमरी के छात्रों को अंग्रेजी वर्णमाला की पुस्तक में सांवले रंग के लोगों के लिए अपमानजनक हिस्से को पढ़ाने के आरोप में निलंबित किया गया है। राज्य के शिक्षा मंत्री पार्था चटर्जी ने इस मामले में खुद संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की।
शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा, “यह पुस्तक शिक्षा विभाग द्वारा निर्दिष्ट पाठ्यपुस्तकों का हिस्सा नहीं है। स्कूल ने स्वयं यह किताब शामिल की है। छात्रों के मन में पूर्वाग्रह स्थापित करने वाले किसी भी कृत्य को हम कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
साथ ही उन्होंने मीडियाकर्मियों को धन्यवाद दिया कि उनके द्वारा ही इस मामले की जानकारी मिली। उन्होंने कहा कि सांवले रंग वाले को बदसूरत पढ़ाया जाना आपराधिक मामला है। इस मामले में कार्रवाई करते हुए श्रवणी मंडल और बरनाली दास को सस्पेंड कर दिया गया है। गौरतलब है कि अमेरिका में जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद से विरोध प्रदर्शन चल रहा है। इस प्रदर्शन ने दुनियाभर में अपनी छाप छोड़ रही है।