गुजरात सरकार राज्य में शिक्षकों की उपस्थिति के लिए एक नई तकनीक ‘फेशियल रिकग्निशन सिस्टम’ शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है। गुजरात सरकार अब बायोमेट्रिक अटेंडेंस के साथ -साथ फेसिअल रिकग्निशन ऍप से भी अटेंडेन्स प्रणाली शुरू करने जा रही है। दूसरी तरफ, स्कूल के शिक्षकों ने इस प्रणाली और इससे डेटा के दुरुपयोग के बारे में कई चिंताएं व्यक्त की हैं। गुजरात राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह जडेजा ने कहा है कि लगभग 60% शिक्षक महिलाएं हैं, अगर नई प्रणाली उनकी तस्वीरों का उपयोग करेगी तो इसका आसानी से दुरुपयोग किया जा सकता है।
इस पर गुजरात सरकार का कहना है कि फेसिअल अटेंडेंस प्रणाली, जो शिक्षक दिवस पर शुरू करने का प्रस्ताव दिया गया है, वह एक मौजूदा बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली के बारे में उठाए गए समस्याओं का समाधान करती है, जहाँ ब्लॉक-स्तरीय और क्लस्टर संसाधन समन्वयक शिक्षकों की उपस्थिति को सत्यापित करते हैं। शिक्षकों ने कहा है कि ऐसे कई उदाहरण थे जहां उन्हें गलत तरीके से अनुपस्थितचिन्हित किया गया था या आधे दिन की छुट्टी को पूरे दिन की छुट्टी के रूप में दर्ज किया गया था। दूसरी ओर, छात्र-छात्राओं के माता-पिता की भी कुछ शिकायतें थीं कि जिन व्यक्तियों को शिक्षक भर्ती नहीं किया गया था, वे आंतरिक ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षकों के लिए प्रॉक्सी के रूप में काम क्यों कर रहे थे।