भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह पर भारतीय पहलवानों के द्वारा यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाए गए, और एक महीने से भी अधिक समय तक जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन किया गया। महिला पहलवानो के साथ बहुत से अभिनेता, राजमंत्री और आम जनता भी सामने आये। इन्ही के साथ समर्थन में हरियाणा में खाप पंचायत-किसानों ने बहादुरगढ़ में दिल्ली-रोहतक हाईवे पर दो दिन तक जाम लगाया, जिसे आज खोल दिया गया है। जाम की सूचना के बाद झज्जर के डीसी, शक्ति सिंह ने भरोसा दिया है कि 3 दिन के भीतर उनकी सरकार से बात कराई जाएगी। इससे पहले प्रदर्शनकारी कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेसवे पर भी बैठे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें वहां से भी हटाया गया है।
प्रदर्शनकारी भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण की गिरफ्तारी, किसानों की कर्ज माफी, फसलों पर एमएसपी (न्यूनतम समर्थक मूल्य) सेना से एसवाइएल निर्माण समेत 25 मांगे कर रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार ने बात नहीं सुनी तो मजबूर होकर उन्हें सड़क पर उतरना पड़ा और यदि 3 दिन में सरकार का कोई रिस्पांस नहीं आता है तो हम सड़कों पर उतर कर धरना प्रदर्शन करेंगे।
दिल्ली पर असर
खाप और किसान संगठन के आह्वान पर अगर पूर्णरूप से हरियाणा में बंद का व्यापक असर दिखता तो इसका प्रभाव राजधानी दिल्ली पर साफ दिखाई देता क्योंकि रेल और बसों से रोजाना लाखों यात्री दिल्ली आना-जाना करते हैं। इतना ही नहीं रस्ते बंद के साथ-साथ दिल्ली में पानी, सब्जी और दूध की सप्लाई भी बंद करने की बात की गई थी। लेकिन अभी तक दूध और सब्जी की सप्लाई रोकने जैसी कोई सूचना किसी भी जगह से नहीं आई है।
यह भी पढ़ें; बृजभूषण पर क्यों मेहरबान है भाजपा
25 सूत्रीय मांगें
14 जून को हरियाणा बंद के बाद 18 जून को भारत बंद भी ऐलान पहले से किया गया है। इसके लिए अलग-अलग प्रदेशों के खाप प्रतिनिधियों, संगठनों, व्यापार मंडलों और राजनीतिक दलों से आह्वान किया गया। खाप पंचायत के द्वारा 25 मांगो को लेकर 21 सदस्यों की एक कमेटी भी गठित की जा चुकी है। एमएसपी, कर्ज माफी और बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी के मुद्दे पर यही 21 सदस्यीय कमेटी सरकार से बातचीत करेगी।